राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की ओर सोमवार को स्कूलों के लिए जारी अवकाश संबंधित सूची पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि सनातन विरोधी एवं श्रीरामचरित मानस निंदक महागठबंधन सरकार पहले भी भाजपा के दबाव में शिक्षकों के आगे दो बार झुक चुकी है। अब तीसरी बार भी झुकेगी। पांच लाख से अधिक शिक्षक किसी भी सूरत में नीतीश सरकार के इस आदेश को स्वीकार नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि बिहार का शिक्षा विभाग लगातार स्कूलों में छुट्टियों को लेकर सुर्खियों में है. इस बार 2024 के लिए जारी छुट्टियों के कैलेंडर को लेकर विभाग चर्चा में है।शिक्षा विभाग ने 2024 का कैलेंडर जारी कर दिया है।इसमें हिंदुओं के कई पर्व की छुट्टियों को खत्म कर दी गई है।विभाग द्वारा जारी कैलेंडर में रक्षाबंधन, महाशिवरात्रि जन्माष्टमी की छुट्टी को खत्म कर दी गई है।वहीं, मुस्लिम पर्व ईद में तीन दिनों की छुट्टी कर दी गई है। यह आदेश शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक ने आदेश जारी किया है।भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा ने कहा कि पहले हिंदू त्योहारों पर छुट्टियां कम करने की कोशिश की गई थी। शिक्षकों के साथ भाजपा के खड़े होते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विवश होकर आदेश रद्द करना पड़ा था।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह तुगलकी आदेश हिंदुओं की धार्मिक स्वतंत्रता पर आघात है और इसे भी वापस लेना पड़ेगा।केके ने कहा कि क्या 2024 में नववर्ष, मकर संक्रांति, महाशिवरात्रि, रामनवमी, मजदूर दिवस, वट सावित्रि, रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, तीज, अनंत चतुर्दशी, जीवित पुत्रिका व्रत, भैया दूज, गोवर्धन पूजा आदिक पर्व क्या स्कूल में शिक्षक मनाएंगे।बता दें कि बिहार में 2024 के लिए छुट्टियों की लिस्ट जारी कर दी है।2024 कैलेंडर के अनुसार ग्रीष्मावकाश (क्रमांक-12) केवल विधार्थियों के लिए है. प्रधानाध्यापक/अध्यापक/शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी सरकारी कैलेंडर के अनुसार विद्यालय में आएंगे।अन्य शैक्षणिक/प्रशासनिक /कार्यालीय कार्य निष्पादित करेंगे।इस दौरान अभिभावक-शिक्षक होती रहेंगी। इसके साथ ही विभाग ने हिंदू पर्व रक्षाबंधन, महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी, मकर संक्रांति, तीज, विश्वकर्मा पूजा और जिउतिया सहित अन्य त्योहारों की छुट्टी को रद्द कर दी गई है।मुस्लिम त्योहारों में ईद, मुहर्रम और बकरीद की छुट्टी बढ़ा दी गई है।बिहार सरकार के निर्देश के तहत राज्य के सभी राजकीय/राजकीयकृत और अल्पसंख्यक सहायता प्राप्त उर्दू (प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक) विद्यालय/मकतब अवकाश तालिका के अनुसार ही बंद रहेंगे। किसी जिले विशेष में किसी विशेष अवसर पर अगर जिला पदाधिकारी किसी प्रकार का अवकाश घोषित करना चाहें तो उन्हें मुख्यालय स्तर पर शिक्षा विभाग से पूर्वानुमति लेना आवश्यक होगा।जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने स्तर से कोई अवकाश घोषित नहीं करेंगे।किसी भी सरकारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक अपने स्तर से विद्यालय अवकाश की घोषणा नहीं करेंगे अन्यथा उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। सभी विद्यालयों में वार्षिकोत्सव, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती और अन्य महापुरूषों की जयंती मनाई जाएगी।
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