मुंबई : कुख्यात ऑयल माफिया राजू पंडित मोका से ज़मानत पर बाहर है बावजूद इसके पंडित अरब सागर में अपने साम्राज्य को कायम करने में फिर एक बार सफल रहा क्योंकि पंडित अपने आपको मुंबई पुलिस के आला अफसरों का खुद को एजेंट बताते हुए अरब सागर में यह दहशत पैदा करने में सफल रहा की अरब सागर का हाजी मस्तान वही है और अब वह जेल s बाहर है तो सारे ऑयल माफिया फिर से सक्रीय हो चुके हैं जिनसे हर माह पंडित लाखों रुपए की वसूली करता है।
पंडित के अनुसार उस समय जब मुंबई में कमिश्नर अरूप पटनायक थे तो पंडित उनके लिए वसूली करता था यही नहीं पंडित ने यह भी कहा है की जब अरूप पटनायक कमिश्नर का ओहदा संभाले तो मुंबई से भुनेश्वर एक ट्रक में पैसे भर कर उसके पंटर लोगों ने भुनेश्वर लेकर गए पंडित के अनुसार वह और पटनायक एक ही इलाके के रहने वाले हैं इसलिए जब वह कमिश्नर बने तो अरब सागर में ऑयल माफियाओं की सारी जिम्मेदारी पंडित के कंधों पर थी और वह अरब सागर में तेल चोरी का बादशाह बन गया।
लेकिन मुंबई में जब कमिश्नर दत्तात्रेय पडसलगीकर ने ओहदा संभाला तब पंडित की उल्टी गिनती शुरु हो गई पंडित और उसके ऐसे पंटर जिन्हें पंडित ने अरब सागर में तेल चोरी और स्मगलिंग के लिए अरब सागर में सक्रीय किया था उन सब पर तत्कालीन डीसीपी रश्मी करंदीकर ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया पंडित के खिलाफ जब मोका के तहेत कार्रवाई की गई तो पंडित को गिरफ्तार किया गया और उसकी जमकर कुटाई की गई पंडित की गिरफ़्तारी के बाद अरब सागर में पंडित की सल्तनत खतरे में पड़ गई पंडित के छोटे बड़े 35 से ज्यादा ऑयल माफियाओं ने मुंबई छोड़ अली बाग और दूसरी जगहों का रुख किया।
पंडित के जेल में रहने की वजह से मुंबई में ऑयल माफियाओं की हालत पतली थी लेकिन जैसे ही पंडित जेल से बाहर आया तब उसने फिर से ऑयल माफियाओं को एक्टिव किया और इन दिनों बेलापुर में इश्तियाक और प्रवीण और दूसरे ऑयल माफियाओं के साथ तस्करी करनी शुरु की लेकिन पंडित का दबदबा ज्यादा दिनों तक बरकरार नहीं रहा उसके खिलाफ मुंबई ,रायगढ़, अलीबाग में फिर मामले दर्ज हुए जिसके बाद पंडित कुछ दिनों तक रोपोश रहा लेकिन जमानत मिलने के बाद वह फिर से सक्रीय हो गया अब पंडित खुद को पुलिस डिपार्टमेंड और राशनिंग विभाग का खबरी बताते हुए हर माह 30 से 50 लाख की वसूली कर रहा है।
पंडित के खिलाफ मोका के तहेत कार्रवाई हुई थी और जमानत इस बिना पर उसे मिली थी को वह अरब सागर या डीप सी या तट के करीब कहीं भी नहीं दिखाई देगा इसके साथ साथ अगर वह फिर से ऑयल की अवैध गतिविधियों में शामिल रहा तो उसके खिलाफ मोका के तहेत कार्रवाई करते हुए उसकी जमानत खारिज हो जाएगी बावजूद इसके पंडित फिर से सक्रीय हो गया। यही नहीं पंडित यह भी कहता है की उसके विरुद्ध उसके काले कारनामों की कोई खबर नहीं लिख सकता क्योंकि सारे पत्रकारों को उसने पैदा किया है और पाल रखा है।
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