
हत्या के मामले में गिरफ्तार हिस्ट्रीशीटर महफूज
कौशांबी: योगी राज में भले ही माफियाओं पर नकेल कसने के लिए नए नए कानूनी शिकंजे कस रही है लेकिन माफियाओं का एक गिरोह ऐसा है जो वरिष्ठ अधिकारियों को अपने दबदबे और असर व रूसुख और भर पेट मलाई खिलाते रहते हैं जिसकी वजह से कौशांबी जिले में एक ऐसा कुख्यात माफिया महफूज अहमद जिसके ऊपर 13 से अधिक मामले दर्ज हैं वे खुले आम पुलिस प्रशासन को अपनी मुठ्ठी में दबाई दबंगई करते नजर आ रहा है थी कारण है की मंझनपुर पुलिस थाने में सन 2019 में दर्ज फर्जीवाड़ा और फर्जीवाड़े को साजिश रचने के मामले में पुलिस ने उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की बल्कि उसे बचाने के लिए कौशांबी के एसपी का पूरा समर्थन है और इसी चक्कर में अबतक 10 से अधिक जांच अफसर बदले जा चुके हैं और हर अफसर पर इस बात का दबाव है को चार्जशीट में मुख्य कुख्यात आरोपियों को बचाया जाए।
ग्राम खोंपा के निवासी सफीक अहमद ने उत्तर प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को आवेदन देते हुए यह गुहार लगाई है की पुराना खोंपा के महफूज अहमद पुत्र जमीर अहमद एक दबंग व शातिर पेशेवर अपराधी है जिसके खिलाफ हत्या, लूट, धोखाधड़ी, गैंगिस्टर जैसे क 12-13 मुकदमे अलग अलग थाने में दर्ज है और थाना सरॉय अकिल से हिस्ट्रीशीटर भी है। महफूज अहमद और उसके साथियों द्वारा पीड़ित प्रार्थी की जमीन को हड़पने के लिये कूट रचित दस्तावेज असफिया बानो के नाम से तैयार किया गया असफिया बानों महफूज अहमद के साढू की लड़की है महफूज ने अब उसको अपनी बहू बना लिया है। महफूज अहमद व असफिया बानों और उसके पिता मो० इरफान और कई साथियों द्वारा बनाये गये कूटरचित दस्तावेज कई हैं जिसे बतौर सुबूत पीड़ित प्रार्थी ने पुलिस थाना मंझनपुर को सौंपते हुए सारी जानकारी दी है।
पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया है की जब मेरी जमीन महफूज अहमद ने 30.11.2017 को दान करायी उस समय असफिया बानो हाईस्कूल व इण्टरमिडिएट की परीक्षा पास कर चुकी थी परन्तु असफिया बानों की जन्मतिथि हाईस्कूल व इण्टर मीडिएट में 15.09.2001 है। उक्त जन्मतिथि से असफिया बानो नाबालिग थी और असफिया बानो के पास किसी प्रकार की कोई आईडी भी नहीं थी।

पीड़ित सफीक अहमद
असफिया बानों को बालिग दिखाने के लिये महफूज अहमद व असफिया बानों के पिता मो० इरफान ने एक मौलवी की फर्जी मार्कशीट बनवायी जिसमें असफिया बानों की जन्मतिथि 20.07.1997 दर्ज की जिससे गैर कानूनी फायदा उठा सके। 20.07.1997 के आधार से 30.11.2017 तक असफिया को फर्जी तरीके से बालिग बनाकर भूमि दान करा ली। असफिया बानों के पास किसी प्रकार की आई.डी. न होने के कारण बैंक की पासबुक कूटरचित बनायी गयी जब दान 30.11.2017 को कराया गया उस समय असफिया बानो का बैंक में खाता ही नहीं खुला था।
दान पत्र के बाद 03.04.2018 को बैंक ऑफ़ बड़ौदा चित्तापुर शाखा में खाता खुलवाया गया दान पत्र के बाद महफूज अहमद ने मेरी भाभी हसीना बानो के के०सी०सी० खाते से उनके बचत खाते से 440000/- चार लाख चालिस हजार स्वयं अपने नाम से चेक द्वारा दान के बाद निकाल लिया। जबकि महफूज अहमद दान पत्र में गवाह है और उसको जानकारी थी कि जमीन दान करा ली गयी है।
पीड़ित ने और अधिक जानकारी देते हुए बताया की दान कराने के बाद महफूज अहमद ने असफिया बानो का आधार कार्ड बनवाया जिसमें जन्मतिथि मौलवी की मार्कशीट दर्शाई गई जब की असफिया बानो पहले से ही हाईस्कूल व इण्टर मीडिएट पास है।
प्रार्थी जब मदरसा गुलशन ए बगदाद दारानगर गए तो विद्यालय वालों ने बताया कि हमारे विद्यालय में कक्षा 6 से 8 तक एम.जीबी में शिक्षा ग्रहण की है जिसमें असफिया बानो की जन्मतिथि 15.09.2001 दर्ज है और हमारे ही विद्यालय एम.यू. जेड माध्यमिक शिक्षा परिषद बोर्ड में कक्षा 9 व 10 पढ़ी है उसमें भी असफिया बानो की जन्मतिथि 15.09.2001 है सभी दस्तावेजों के आधार पर प्रार्थी ने 391/2019 धारा 419,420,467,483,471 के तहेत मामला मंझनपुर पुलिस थाने में सन 2019 में दर्ज कराया।
Post View : 84823