बॉम्बे लीक्स ,छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा सियासी झटका लगा है। प्रदेश की राजनीति और सतनामी समाज के बड़े चेहरे गुरू बालदास साहेब और खुशवंत साहेब ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर लिया है। राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता रमन सिंह पार्टी प्रभारी और प्रदेश अध्यत्र अरुण साव की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम लिया।बालदास साहेब और अन्य धार्मिक गुरुओं के भाजपा में शामिल होने के समय छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, रायपुर सांसद सुनील सोनी और छत्तीसगढ़ बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव भी उपस्थित थे।
बालदास साहेब ने कांग्रेस पर सामाजिक उपेक्षा और भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने समाज के उत्थान के लिए कुछ नहीं किया। पार्टी में उन्हें कोई सम्मान नहीं मिला। बालदास साहेब के साथ ही गुरु असंभ दास साहेब, गुरु द्वारका दास साहेब, सतनामी समाज के गुरु सौरभ दास साहेब समेत अन्य नेता भी बीजेपी में शामिल हुए हैं।बता दें कि बालदास साहेब और अन्य नेताओं का राज्य की अनुसूचित जाति (एससी) सीटों पर विशेष प्रभाव है। राज्य में 10 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इसके साथ ही राज्य की करीब 50 फीसदी सीटों पर भी एससी वर्ग का सीधा प्रभाव है। रिपोर्ट की मानें तो बालसाहेब के बेटे गुरु खुशवंत साहेब ने बीजेपी से कहा है कि वह आरंग विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं।राजनीतिक हलकों के जानकारों के मुताबिक गुरू बालदास और खुशवंत साहेब की सतनामी समाज के लोगों में अच्छी पकड़ मानी जाती है।बादलादस साहेब ने की बीजेपी में दोबारा वापसी की है।2013 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के जमकर काम किया था।हालांकि 2018 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गये थे।विधानसभा चुनाव में महज तीन महीने से कम समय बाकी है, ऐसे में दो बड़े नेताओं के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है।दरअसल छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों के लिए साल के आखिर में चुनाव आयोजित होने वाले हैं। भाजपा की ओर से विधानसभा चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी कर दी गई है। भाजपा ने सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन सीट से उनके भतीजे और सांसद विजय बघेल को टिकट दिया है।
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