बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
मुंबई में डेंगू मलेरिया के बढ़ते मामलों के बीच अब जीका वायरस ने परेशानी बढ़ा दी है। खबर आ रही है कि जीका वायरस का पहला मामला सामने आया है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने मुंबई में मिले पहले केस की पुष्टि करते हुए इसकी जानकारी साझा की है। जीका वायरस का संक्रमण एक 79 साल के बुजुर्ग में पाया गया था।फिलहाल जीका के खतरनाक वायरस को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। हालांकि मुंबई नगर निगम (बीएमसी) इससे निपटने को लेकर हरसंभव कदम उठा रही है।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के बयान के अनुसार बुजुर्ग नागरिक फिलहाल स्वस्थ है और पूरी तरह से ठीक है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने जीका वायरस के पहले मामले की जानकारी देते हुए लोगों से अपील की है कि इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है।बीएमसी के मुताबिक, पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने पुष्टि की कि उपनगरीय चेंबूर का निवासी मरीज जीका वायरस से संक्रमित था। उनमें 19 जुलाई 2023 से बुखार, बंद नाक और खांसी जैसे लक्षण थे। उन्होंने एक निजी चिकित्सक से उपचार कराया था। मरीज अब ठीक हो गया और दो अगस्त को उसे छुट्टी दे दी गई थी। जानकारी के मुताबिक, मरीज की 20 साल पहले एंजियोप्लास्टी हुई थी और उसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और थैलेसीमिया माइनर जैसी कई बीमारियां हैं।बीएमसी के मुताबिक जीका का मामला सामने आते ही मरीज के आसपास के घरों का सर्वेक्षण किया गया, लेकिन कोई अन्य मामला सामने नहीं आया। दरअसल, जीका वायरस रोग स्व-सीमित है। संक्रमित होने वाले लगभग 80 प्रतिशत व्यक्तियों में कोई भी लक्षण नहीं दिखते। जीका वायरस रोग जीका वायरस के कारण होने वाली एक हल्की बीमारी है और यह संक्रमित एडीज मच्छरों से फैलता है, जो डेंगू और चिकनगुनिया भी फैलाते हैं। बुखार, त्वचा पर चकत्ते, मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द, अस्वस्थता और सिरदर्द जीका वायरस संक्रमण के लक्षण हैं।गौरतलब है कि जीका की कोई वैक्सीन या कोई इलाज नहीं है। जीका वायरस संक्रामक नहीं है। एक मच्छर जिसने जीका वायरस से पीड़ित किसी व्यक्ति को काटा है, यदि वह किसी अन्य व्यक्ति को काटता है तो वह भी जीका से संक्रमित हो सकता है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि समस्याओं वाले लोगों को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। कहीं यात्रा से आने के बाद दो दिनों तक बुखार बना रहे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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