• वैक्सीन खेप का इंतज़ार-नए अभियान की
उम्मीदों पर फिर गया पानी।
लखनऊ ब्यूरो | बॉम्बे लीक्स
लखनऊ : केंद्र और राज्य में सत्तासीन भाजपा शासन के दौरान वैक्सीन संकटों का मामला खुलकर सामने आने लगा है। उत्तर प्रदेश महामारी के प्रकोप के बीच आक्सीजन ,दवाइयां एवं बेड की कमी के चलते सुर्खियों में बना रहा।लेकिन अब राज्य की जनता को वैक्सीन मुहैया कराने में असमर्थ साबित होता जा रहा है। जिसके चलते राजधानी लखनऊ में एक जुलाई से शुरू होने वाला क्लस्टर वैक्सीनेशन अभियान वैक्सीन के संकट के चलते फिलहाल टाल दिया गया है। जिसके बाद 18 से 44 साल के लोगों को पंजीकरण व स्लॉट बुक कराने के बाद ही टीका लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
डॉक्टर एम के सिंह के अनुसार अभी कोवॉक्सिन महज 10 हजार है, जबकि 30 हजार डोज कोविशील्ड विभाग पास है, जबकि रोजाना करीब 25 से 28 हजार को वैक्सीन लग रही थी। सिंह के अनुसार वैक्सीन की नई खेप एक से दो दिन में आने की संभावना है। जिसके आने के बाद फिर नया अभियान शुरू होने की उम्मीद होगी।
बताया जा रहा है कि वैक्सीन संकट के चलते राजधानी में पांच हजार लोगों को भी टीका नहीं लगाया जा सका। 20 सरकारी और 8 निजी अस्पतालों में टीकाकरण के दौरान 4956 लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा सकी। वही किसी एक भी हेल्थ वर्कर को टीका नहीं लगाया जा सका।जबकि केवल एक फ्रंट लाइन वर्कर वैक्सीन लगवा सका। दो स्वाथ्यकर्मी को भी बड़ी मुश्किल से वैक्सीन लग सकी। देखा जाय तो किसी तरह 122 बुजुर्गों को ही पहली खुराक मिल सकी।जबकि दूसरी डोज़ के लिए लोग तरसते रहे। डॉ. एमके सिंह के अनुसार जिले में 50 केंद्रों पर वैक्सीन लगाये जाने की उम्मीद है। जानकारी के मुताबिक इसमें तीन केंद्रों पर कोवॉक्सिन लगाए जाने की तैयारी है जबकि बाकी जगह कोविशील्ड वैक्सीन लगेगी। आठ निजी केंद्रों पर भी टीका लगाया जाएगा।
योगी के प्रदेश में वैक्सीन संकट का बादल ऐसा छाया हुआ है कि पिछले दो दिनों से कोविड पोर्टल पर दिखाए जा रहे सभी ऑप्शंस को विलुप्त कर दिया गया है। जनता जब जब पोर्टल पर वैक्सीन के लिए लॉगिन कर रही है तो सिर्फ कोरोना वैक्सीनेशन का विकल्प ही उन्हें दिख रहा है।जिसके बाद आगे के सभी लिंक को ब्लाक कर दिया गया है।
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