मुंबई :मुंबई के यलो गेट पुलिस थाने की सीनियर अफसर सरला वसावे ने कोचिन शिप यार्ड ड्राई डॉकिंग (मालवाहक जहाज भारती और विदेशी को रेपरिंग) में कार्रवाई के लिए छापे मारी की है लेकिन इसी दौरान कस्टम के अफ़सर भी कार्रवाई के लिए यहां पहुंचे जिसके बाद मुम्बई पुलिस की कार्रवाई को कुछ समय के लिए रोक दिया गया है जानकारी में यह बता सामने आई है की कस्टम को कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी होने के बाद यलो गेट पुलिस थाना इस मामले में कार्रवाई करेगा।

ऑयल माफिया अनीस
मिली जानकारी के अनुसार कोचिन शिप यार्ड ड्राई डॉकिंग (मालवाहक जहाज भारती और विदेशी को रेपरिंग) के दौरान जो डीज़ल निकलता है उनको एमएसटीसी की वेबसाइट पर नीलाम किया जाता है। इससे पहले 2 बार नीलामी हो चुकी है एक बार नार्थ ईस्ट लुबरिकेंट को बिना नीलामी की प्रक्रिया पूरी किए ही दे दिया गया था यहाँ ब्लैक ऑयल के नाम पर डीजल की स्मेगलिंग की जाती है और आरोप है की इस गोरखधंधे में कोचिंग शिपयार्ड के कुछ अफसर भी शामिल हैं जीनकी मिली भगत से यहां डीजल की स्मगलिंग का काम किया जाता है।
हाल फिलहाल में एक नीलामी की गई है जिसमें गुजरात की कंपनी फाइन रिफाइनर को यह टेंडर मिला यह नीलामी 300 टन काला तेल की नीलामी थी लेकिन यह पता चला कि इसकी आड़ में डीज़ल की तस्करी की जा रही है प्राथमिक जानकारी में यह बात सामने आई है की 24 टन डीज़ल के टैंकर के साथ कस्टम और मुंबई पुलिस ने दबिश देते हुए जब्त किया है लेकिन कस्टम की कार्रवाई होने की वजह से मुंबई पुलिस अपनी कार्रवाई की बारी का इंतेजार कर रही है। जानकारी में यह बात सामने आई है की उनको यहां से 300 टन कला तेल ले जाने का टेंडर मिला था।

ऑयल माफिया परवेज़
इनके सब सूत्रधार इजाज़ है जो को एमबी कॉर्पोरेशन का प्रॉर्पिटर है जबकि अनीस खान नोबेल मरिन सर्विस का प्रॉर्पिटर है और इनका गुर्गा परवेज इस स्मगलिंग में शामिल।इन तीनों कंपनी को बीपीटी की तरफ से नोटिस दिया गया था जिसके बाद इन कंपनियों ने ऑयल माफिया अकबर पिंजारा को गोदी में तस्करी का धंधा संभालने के लिए नियुक्त किया था पिंजारा को लेकर हाल ही में बीपीटी नोटिस जारी कर संबंधित कंपनी से जवाब तलब किया है।इस से पहले नार्थ ईस्ट कंपनी द्वारा सैलेस्टियल वेसल से डीज़ल को तस्करी करते हुए राशनिंग कंट्रोलर ने इनका तेल जब्त किया है जो की 13 आईडी में मौजूद है।
इस कार्रवाई के लिए कस्टम विभाग ने ऑयल टैंकर जब्त किया है क्योंकि नियम के अनुसार कस्टम के कार्यक्षेत्र का कोई भी काम अगर होता है तो उसकी जानकारी उन्हेंचाहिए लेकिन यहां काला तेल की आड़ में डीज़ल की तस्करी की जाती है इसलिए कस्टम को अंधेरे में रख कर उन्हें बिना बताए काला तेल की आड़ में डीज़ल लेकर जा रहे थे।
दर असल जिस काले तेल का टेंडर इन्हें मिलता है लेकिन यहां से यह लोग काला तेल के बदले डीजल को हो काला कर के उसकी तस्करी करते हैं वह सही डीज़ल रहता है लेकिन जब यहां से उसे ले जाया जाता है तो उसे काला कर के ले जाया जाता हैं क्योंकी डीज़ल की असली पोजीशन में तस्करी संभव नहीं इसलिए उसे काला डीज़ल बना कर यहां से बाहर ले जाया जाता है।
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