• कांच की छत, लाउंज और बड़ी बड़ी खिड़कियों के साथ स्पेशल विस्ताडोम कोच का रहा नज़ारा।
• अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस डेक्कन स्पेशल के यात्रियों को अद्भुत सफर का होगा अहसास।
मुंबई ब्यूरो | बॉम्बे लीक्स
मुंबई : महामारी के प्रकोप में कुछ कमी के बाद भारतीय रेलवे ने भी अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने का कार्य शुरू कर दिया है।कोरोना के बीच कैंसिल की गई ट्रेनें अब धीरे धीरे पटरी पर दौड़ने लगी है।इसी के साथ आज 26 जून से मुंबई-पुणे के बीच कैंसिल की गई डेक्कन स्पेशल ट्रेन का संचालन भी शुरू किया गया।मुंबई पुणे के बीच चलने वाली डेक्कन स्पेशल ट्रेन को विस्ताडोम कोच (Vidtadome Coach) के साथ शुरू किया गया।जोकि यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है। लग्ज़री डेक्कन स्पेशल ट्रेन की सुविधाओं में कांच की छतों से लैस इस स्पेशल कोच का नज़ारा अद्भुत बना हुआ है।
आइये दिखाते है आपको डेक्कन स्पेशल कोच के कुछ नज़ारे…..
डेक्कन सेशल ट्रेन के इस कोच को यूरोपीय स्टाइल में डिजाइन किया गया है।जोकि विस्ताडोम कोच के नाम से जाना जाता है।इसमें यात्रियों की सुविधाओं के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई गई है।डेक्कन स्पेशल के कोच की छत में कांच के पैनल लगाए गए है ताकि यात्रियों के मनोरंजन के लिए उन्हें बाहर यानी ऊपर का नज़ारा दिखाया जा सके।इस ट्रेन में लगाये गए कोच की खिड़िकियां भी बड़े आकार की रखी गई है। जिसके बाद बाहर का नजारा देखने मे काफी शानदार लगता है।
डेक्कन स्पेशल के विस्ताडोम कोच में पैसेंजर इन्फॉर्मेशन सिस्टम, वाई-फाई, ऑटोमेटिक स्लाइडिंग डोर की सुविधाएं भी रखी गई है।इस कोच को खासतौर पर भारतीय रेलवे की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने तैयार किया है।
इस लग्ज़री कोच की खासियत है कि इसमें पारदर्शी छत और बड़ी खिड़कियों की वजह से विस्ताडोम कोच में सफर करने से मुंबई-पुणे के रूट पर पड़ने वाले नदियां, पहाड़, झरने और घाटियों का नजारा आपके सफर को अद्भुत कर देगा। यात्रा के दौरान वेस्टर्न घाट के शानदार नजारे देखने को मिलेंगे। यात्रियों को माथेरान हिल्स, सोंग हील्स, उल्लास वैली, खंडाला, लोनावला, सुरंग का पूरा नज़ारा देखने को मिलेगा।
मध्य रेलवे के अनुसार ट्रेन के इस कोच की सीटें भी 180 डिग्री तक रोटेट की जा सकती है। कोच के अंदर बनाये गए टॉइलट भी मॉडर्न स्टाइल के तहत बनाये गए है।यही नही कोच में ऑब्जर्वेशन लॉउंज की भी व्वस्था की गई है। ताकि यात्रियों को खड़े होकर बाहर के नजारे का मनोरंजन करने में किसी प्रकार की कमी महसूस न हो सके।
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