बॉम्बे लीक्स
लखनऊ : यूपी से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।जेल में बंद मुख्तार और उनके करीबियों के ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा है।बताया जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्तार और उनसे जुड़े लोगों के 11 ठिकानों पर छापा मारकर कुछ अहम जानकारी जुटाई है।ईडी ने मुख्तार के दिल्ली, लखनऊ और गाजीपुर सहित सभी ठिकानों पर छापेमारी की है।यही नही दिल्ली, लखनऊ, गाजीपुर और मऊ के अलावा मुख्तार के मुहम्मदाबाद स्थित घर पर भी छापेमारी की है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम लखनऊ में करीब नौ बजे डालीबाग स्थित ग्रैंडियर छह अपार्टमेंट और दूसरी टीम लालकुंआ पर एफआइ टावर पहुंची। दोनों टीमें घंटों मुख्तार के इन ठिकानों की तलाशी लेती रही। इस दौरान दोनों स्थानों पर बड़ी संख्या में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सैनिक सुरक्षा के दृष्टिगत तैनात रहे। स्थानीय लोगों ने बताया है कि ग्रैंडियर अपार्टमेंट जब ईडी की टीम पहुंची तो इसके पहले ही वहां सीआरपीएफ पहुंच गई थी।
वहीं दूसरी तरफ गाजीपुर में सुबह करीब पांच बजे ही लखनऊ से आई ईडी की टीम ने डेरा डाल दिया। मुख्तार अंसारी के बड़े भाई गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी, करीबी व्यवसायी गणेश दत्त मिश्रा, स्वर्ण व्यवसायी विक्रम अग्रहरी और खान ट्रेवलस संचालक मुस्ताक खां के घर एक साथ टीम ने छापेमारी की।इस दौरान सीआरपीएफ की टुकड़ी इनके मकानों पर तैनात थी। मकान में किसी को आने जाने की अनुमति नहीं थी। इस दौरान मुहल्ले वासियों में छापेमारी को लेकर चर्चा बनी रही।
इससे पहले मुख्तार अंसारी पर बड़ा खुलासा हुआ है।पंजाब की आप सरकार ने हाल ही में मुख्तार अंसारी के रूपनगर जेल में बंद होने पर VVIP ट्रीटमेंट देने के आरोप में जांच के आदेश दिए थे।जांच के दौरान पता चला है कि पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अंसारी का केस लड़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए वकील को लगाया था।वकील पर 11 लाख रुपये प्रति सुनवाई के हिसाब से कुल 55 लाख रुपये खर्ज किए गए।जांच में पता चला है कि वकील ने सुनवाई न होने के दिन पर भी 5 लाख रुपए चार्ज मांगा था।वकील के इन बिलों का आप सरकार ने भुगतान करने से इनकार कर दिया है।
पंजाब सरकार के मुताबिक हम इन बिलों का भुगतान क्यों करें, जिन्हें गैंगस्टर को बचाने में खर्च किया गया है। बताया कि हमने इस मामले में FIR दर्ज करने की भी मांग की है।वहीं जांच में खुलासा हुआ कि बैरक में मुख्तार अंसारी को फाइव स्टार जैसी सुविधाएं दी गईं।इतना ही नहीं जहां 25 कैदियों को रखने की व्यवस्था थी, उसे मुख्तार के लिए खाली करा दिया गया।कहा कि जेल प्रशासन ने मुख्तार की पत्नी को भी उनके साथ रहने की इजाजत दी थी। एंबुलेंस जो उत्तर प्रदेश में रजिस्टर्ड थी, उसे भी अंसारी को कोर्ट ले जाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।खबर यह भी है कि इस एंबुलेंस में उनकी पत्नी भी उनके साथ जाती थी।
बाहुबली डॉन मुख्तार अंसारी के खिलाफ ईडी ने जुलाई 2021 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।आरोप है कि मुख्तार ने एक सरकारी जमीन पर अवैध तौर पर कब्जा किया था। इसके बाद 7 साल के लिए 1.7 करोड़ रुपये सालाना के हिसाब से उसे एक प्राइवेट कंपनी को किराये पर दे दिया।इस कंपनी से मुख्तार के भाइयों और बेटे का संबंध होने का आरोप था।जब मामला खुला तो ईडी ने मुख्तार, अफजाल सहित कई अन्य को आरोपी बनाते हुए केस दर्ज कर लिया।
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