बॉम्बे लीक्स ,महाराष्ट्र
मुंबई : पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को महाराष्ट्र राज्य सरकार ने सस्पेंड कर दिया है।परमबीर के ऊपर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह कार्रवाई की है। परमबीर सिंह वर्तमान समय में महाराष्ट्र होमगार्ड्स के महानिदेशक पद पर तैनात रहे है।ऐसे में अब बिना डीजीपी ऑफिस से इजाजत लिए परमबीर सिंह मुंबई छोड़कर नहीं जा सकेंगे।साथ ही जब तक वह निलंबित हैं, तब तक तो किसी निजी कंपनी के लिए या किसी बिजनेस ट्रेड में काम नहीं कर सकेंगे।अगर ऐसा पाया जाता है तो उनके खिलाफ बर्खास्तगी की ऑर्डर निकाली जा सकती है।
दरअसल पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त और वर्तमान में होमगार्ड डीजी परमबीर सिंह को उद्धव सरकार द्वारा निलंबित कर दिया गया।राज्य सरकार का ये फैसला उनके खिलाफ दर्ज मामलों और सेवा नियमों के उल्लंघन के चलते तत्काल प्रभाव लेते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।यही नही परमबीर सिंह के साथ ही दूसरे मामले में आरोपी अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक पराग मनेरे को भी निलंबित कर दिया गया है। पराग मनेरे ठाणे और मुम्बई में परमबीर सिंह के समय डीसीपी थे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी रीढ़ की हड्डी के सर्जरी के बाद मिली छुट्टी के बीच यानी 12 नवंबर को निलंबन आदेश को मंजूरी दी थी।बताया जा रहा है कि परमबीर की काफी खामियों में ड्यूटी से अनाधिकृत अनुपस्थिति भी शामिल रही है।
वही महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कुछ दिनों पूर्व कहा था कि परमबीर सिंह के निलंबन की प्रक्रिया जारी है। हम उन्हें सस्पेंड करेंगे। बताया था कि निलंबन आदेश में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सिंह पर ‘अनियमितता व खामियों’ का आरोप लगाया गया है। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी के खिलाफ महाराष्ट्र में जबरन वसूली के कम से कम पांच मामले दर्ज है।बता दें कि ‘एंटीलिया’ कांड के बाद मार्च में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से ट्रांसफर कर दिए गए परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने पुलिस अधिकारियों से शहर के बार और रेस्तरां से एक महीने में 100 करोड़ रुपये की वसूली करने के लिए कहा था।विवाद बढ़ने और वसूली के आरोप लगने के बाद परमबीर सिंह मुंबई छोड़कर चले गए। हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी से छूट मिलने के बाद मुंबई पहुंचे।यहां उनसे कई एजेंसियां पूछताछ कर रही है।
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