• कंपनी की सील लगी नकली शीशी में पानी भर भर लगाई गई वैक्सीन ,आसुत जल का किया गया इस्तेमाल।
• 2000 के पार हुई फर्जी वैक्सीनेशन टीके की तादाद , डॉक्टर मनीष त्रिपाठी शक के घेरे में।
| बॉम्बे लीक्स, मुंबई |
मुंबई : मुंबई में लगातार बढ़ते फर्जी वैक्सीनेशन मामले की जांच के लिए डीसीपी विशाल ठाकुर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर लिया गया है। इस फर्जी वैक्सीनेशन रैकेट में मुंबई पुलिस को एक डॉक्टर मनीष त्रिपाठी पर संदेह है।सूत्रों के मुताबिक डॉक्टर त्रिपाठी फर्जी वैक्सीन की खरीद में मदद करता था। डॉक्टर त्रिपाठी ने पुलिस गिरफ्तारी से बचने के लिए अदालत में अग्रिम जमानत का आवेदन किया हुआ है। जिस पर 25 जून को सुनवाई रखी गई है।पुलिस के अनुसार फर्जी वैक्सीन के एक गैंग ने खाली शीशियों को एकत्र किया और फिर मुंबई में हीरानंदानी हेरिटेज हाउसिंग सोसाइटी सहित कई स्थानों पर इसका उपयोग कराया।
तेज़ी से पैर पसारते फर्जी वैक्सीनेशन मामले में अब नए नए खुलासे होने लगे है। कहा जा रहा है कि खाली शीशियों में आसुत जल (Distilled Water) भरकर लोगों को वैक्सीन की डोज़ लगाई गई।जिसके बाद फर्जी वैक्सीनेशन घोटाले की जांच के लिए अब मुंबई पुलिस ने एसआईटी गठित की है। डीसीपी विशाल ठाकुर की अगुवाई में इस मामले में कई बड़े चेहरों के बेनकाब होने की अटकलें लगाई जा रही है।जांच के दौरान पुलिस ने कांदिवली में हुए फर्जी वैक्सीनेशन मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार द्वारा बॉम्बे हाई कोर्ट के समक्ष अपनी बात रखते हुय कहा गया है कि शहर में 2 हजार से अधिक लोगों को नकली वैक्सीन लगने का मामला सामने आया है।जांच के दौरान पुलिस को शक है कि शीशियों में आसुत जल का उपयोग किया गया,जिसके बाद नकली टीकाकरण रैकेट की जांच के लिए मुंबई पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
सूत्रों के मुताबिक मामले की जांच डीसीपी विशाल ठाकुर करेंगे। इन नकली टीकाकरण रैकेट को अंजाम देने के लिए मुंबई के एक निजी अस्पताल से 38 शीशियों की खरीद का मामला संदेह के घेरे में है।जिसके बाद शक जताया गया है कि एक दवा कंपनी द्वारा कई जगहों पर नकली टीकाकरण अभियान चलाने के लिए खाली शीशियों का दुरुपयोग किया गया है।
जांच के दौरान संदेह की सूई इस ओर आकर ठहर जाती है कि नकली वैक्सीन की शीशियों में आसुत जल का उपयोग किया गया है।बताया गया कि आसुत जल के टीका लगाने वालों को कोई साइड इफेक्ट देखने को नही मिला।मुंबई पुलिस ने चारकोप स्थित शिवम हॉस्पिटल के दो स्टाफ को भी गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार आरोपियों के नाम शिवराज और नीता पठारिया बताये जा रहे है।एसआईटी इस मामले में अलग अलग पहलुओ से जांच कर रही है।जल्द ही इस पूरे रैकेट के खुलासे की आशंका जताई जा रही है।
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