मुंबई : नागपाड़ा पुलिस थाने ने गणेश कांबली समेत दो पुलिस वालों को सस्पेंड किया गया है आरोप है कि दोनों ने नागपाड़ा पुलिस थाने की हद में चल रहे अवैध निर्माण को लेकर किसी ने कंट्रोल को कॉल किया और कॉल अटेंड करने के लिए कॉंस्टेबल गमेश कांबली और एक ड्राइवर पहुंचे और वहां से 1000 रूपए की वसूली की है।
कांबली इससे पहले एटीएस में कोर्ट कारकुन था और उस दौरान एक गैस एजेंसी के मालिक का अपहरण कर के 30000 वसूले थे और इससे भी पेट नहीं भरा तो दूसरे दिन बाद फिर से उसका अपहरण किया और दूसरी बार भाईखला पुलिस थाने ने रंगे हाथ वसूली करते हुए गिरफ्तार कर लिया लेकिन मामला पुलिस का देख भाईखला पुलिस थाने ने इसके खिलाफ़ किसी प्रकार का कोई मामला न दर्ज करते हुए मामला रफा दफा कर दिया।अपहरण की इस वारदात की वीडियो बॉम्बेलीक्स के पास मौजूद है।
इस वारदात के बाद इसका एटीएस से तबादला कर के नागपाड़ा पुलिस थाने में एटीसी में कर दिया यहां वसूली का कारोबार फिर अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुका था जिसके बाद इसका तबादला कर दिया गया जिसके बाद नागपाड़ा के पीआई दुष्यंत चौहान के लिए शिकार ढूंड कर लाते थे और इस प्रकार से नागपाड़ा में भी वसूली का कारोबार अपने उरोज पर पहुंच चुका था।
अवैध निर्माण का मामला मुंबई सीपी तक पहुंचा जिसके बाद उन्होंने ज़ोनल डीसीपी अखिलेश कुमार पर तेल पानी ले कर चढ़ाई की और उन्होंने संतोष बागवे पर चढ़ाई की जिसके बाद मजबूरन इसे सस्पेंड कर दिया गया।
इस कार्रवाई के बाद नागपाड़ा पुलिस थे के पुलिस वालों में नाराज़गी है पुलिस वालो का कहना है कि कॉंस्टेबल ने वसूली की है तो वह सस्पेंड लेकिन अफसर लाखों की वसूली करते हैं तो उन पर कार्रवाई क्यों नहीं क्योंकि इससे पहले नागपाड़ा पुलिस थाने के अफसर कदम ने गुटखा माफियाओँ स वसूली की थी लेकिन उनके खिलाफ़ कार्रवाई करने के बजाए वसूली में साझेदारी की गई इस तरह से अदना से आला अफसर वसूली की बंदर बांट में शामिल हो गए और कार्रवाई को ठेंगा दिखा दिया गया।
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