शाहिद अंसारी
मुंबई :सरकारी ख़ज़ाने से 18 लाख रूपए की मोटी रक़म सरकारी खाते में जमां न करते हे खुद ही इस्तेमाल करने के मामले में मुंबई पुलिस के तत्कालीन भोईवाड़ा डिवीज़न के रिटाएर्ड एसीपी अभय येवले और उनके ही कार्यालय में कार्यरत ऑन ड्युटी कांस्टेबल मोहिते के खिलाफ़ मुंबई पुलिस की ज्वाइंट सीपी एडमिन्स्ट्रेशन अर्चना त्यागी ने जांच के आदेश जारी किए ।
मामला साल 2014 का है जब अभय येवले भोईवाड़ा डिवीज़न के एसीपी थे और इस दौरान एसीपी आफिस से होटल के रिनिवेशन, कार्यक्रम की प्रमीशन के लिए जो फीस की जमा की गई थी उसे सरकारी खाते में एक साल तक नही जमां किया गया यह रकम 18 लाख रूपए थी। प्राथमिक जानाकारी में जब यह बात सामने आई तो अर्चना त्यागी ने दोनों के खिलाफ़ जांच आदेश जारी कर दिए। हालांकि यह जांच किस अधिकारी के सुपुर्द की गई है इसके लिए वह बताने में असमर्थ हैं।
हमने रिटाएर्ड एसीपी अभय यवले से जब बात की तो उन्होंने कहा कि साल 2014 -15 की बात है जब उनके कार्यालय में मौजूद कॉंस्टेबल मोहिते ने यह सारे पैसे जमा करने के लिए ले जाता था लेकिन वह यह पैसे जमां न करने के बजाए कहीं और इस्तेमाल करता था। जबकि मैं जमां करने के लिए हमेशा हस्ताक्षर करता था लेकिन वह मेरे कार्यालय से जमा करने के लिए ले जाता था और वह पैसे अपने जाती काम में इस्तेमाल कर लेता था। इस बात की जानकारी उस समय जब हुई तो उसे उसी समय उस विभाग से दूसरे विभाग भेज दिया गया है। उस दौरान कांस्टेबल न कहा कि वह पैसे एसीपी कार्यलय के कैश लॉकर में है लेकिन वह पैसे वहां नहीं थे बल्कि उसने कहीं इस्तेमाल किए थे।
हालांकि हमने अर्चाना त्यागी से मामले की जांच को लेकर उनका पक्ष जानने की कोशिश की जिस पर उन्होंने न तो फोन उठाया और न ही मैसेज का जवाब दिया।
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