मुंबई : 50 करोड़ रुपए के फर्ज़ीवाड़े के आरोप में मुंबई के अर्थर रोड जेल मे कैद चीटर बिल्डर यूसुफ़ लकड़ावाला वीआईपी सुविधा न मिलने पर सठिया गया है हालांकि इसके लिए वीआईपी सुवीधा जेल मे मुहय्या कराने के के नाम पर उसकी फैमिली को चूरन देने वाले चिंदीचोर बिल्डर अल्ताफ़ लकड़ावाला ने जी तोड़ कोशिश की लेकिन सारी कोशिश नाकाम साबित हुई।
इसके पीछे के बड़ी वजह यह मानी जाती है यूसुफ़ लकड़ावाला का बेटा आरोपी फिरोज़ लकड़ावाला ने तत्कालीन ज्वाइंट सीपी EOW देवेन भारती पर आरोप लगाते हुए उनके बारे में कहा था कि यह सारी कार्रवाई दीवान बिल्डर के इशारे पर कर रहे हैं जिसके बाद यह आडियो उन तक पहुंच गया इस गिरफ्तारी के बाद से ही उन्होंने खुद जेल के वरिष्ठ अधिकारियों को फोन कर के इसे बुनियादी ज़रुरतों के अलावा किसी और तरह की सुविधा देने के लिए मना किया था।
इस सुविधा न मिले की वजह से यूसुफ़ लकड़ावाला जेल में सठिया गया है वह जेल में मौजूद पुलिस जवानों से कहते फिरता है कि मुझे मेरी आफिस जाने दो कहां है मेरी आफिस और कहां है मेरी कार और उसका ड्राइवर। शुरु में पुलिस वालों को अजीब लगा बाद में पता चला कि ऐश की जिंदगी जीने वाला लकड़ावाला को जेल की सलाखों के पीछे पहली बार रहना पड़ रहा है इसकी वजह से वह अंदर बंद रहते हुए सठिया गया है।
वहीं दूसरी ओर EOW मामले की बड़ी ही बारीकबीनी से जांच कर रही मुंबई पुलिस के एक आला अफसर ने बताया कि लकड़ावाला और उसकी फैमिली के खिलाफ़ और भी कई शिकायतें आई हैं जिनको लेकर जल्द ही मामला दर्ज हो सकता है।
इस तरह से अब कम से कम साल भर तक लकड़ावाला को सलाखों के पीछे ही रहना होगा तब तक यह मान लिया जाए कि ज़मानत जल्दी होना मुश्किल है हालांकि उसका बेटा फ़िरोज़ लकड़ावाला और दामाद मुईनउद्दीन अछुवा अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं।
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