मुंबई :मुंबई ट्राफिक पुलिस के ज़रिए हाईटेक रिश्वतखोरी का एक नया मामला सामने आया है अब ट्राफिक की ड्युटी पर तैनात पुलिस हवलदार कैश न होने के कारण ऑनलाइल रिश्वत वसूल रहे हैं यह मामला तब प्रकाश में आया जब सीनियर जर्नलिस्ट शाहिद अंसारी 12 जूलाई को मुंबई एयरपोर्ट से ओला कार क्रमांक MH02CR9426 से अपने घर आ रहे थे साइन स्टेशन के पास सिगनल पर उनकी कार को वहां पर तैनात ट्राफिक हवलदार ने उस वक्त रोका बात चीत में यह बात समझ में आई कि ओला कार वाले की गाड़ी के जरिए ट्राफिक के किसी नियम का उल्लघंन किया गया है जिस पर ट्रैफिक हवलदार बजाए फाइन वसूलने के हवलदार संजय करांडे ने रिश्वत मांगी।
ओला ड्राइवर श्रीनिवास के पास कैश रकम नहीं थी जिसकी वजह से उसने अपने हाथ खड़े कर लिए लेकिन हवलदार ने इस बीच उसे रिश्वत देने के लिए एक और रास्ता दिखाया यह रास्ता था गूगल पे का जिसके बाद ड्राइवर ने गूगल पे के ज़रिए रिश्वत की रकम पास में ही मौजूद अनीता वाइनशाप के गूगल पे अकाउंट में ट्रांस्फर करने के लिए कहा ओला के ड्राइवर ने यह रकम ट्रांस्फर कर दी और 40 मिनट कार खड़ी करने के बाद कार वहां से चल पड़ी बात चीत में ओला ड्राइवर ने बताया की गूगल पे कर दिया लेकिन अभी देखा तो सेंडिंग फेल बता रहा है।
इस तरह से ट्राफिक पर तानत हवलदारों ने फाइन न वसूल कर रिश्वत की वसूली की लेकिन सेंडिंग फेल होने के बाद रिश्वत की यह रकम वाइन शाप वाले के खाते में ट्रांस्फर नहीं हो सकी।
इस बारे मे जब वाइन शाप के नंबर पर बात चीत की गई तो उन्होंने बताया कि ट्रांस्फ़र न होने के कारण वह ट्राफिक कर्मी बहुत नाराज़ हो गए वाइन शाप वाले ने कहा कि उनका नंबर ले लो और बात करो नंबर लेने के बाद पता चला कि उस हवलदार का नाम संजय करांडे था जबकि दूसरे की नेम प्लेट न होने के कारण उसका नाम नहीं पता चल सका।
इस मामले की जानकारी ज्वाइंट सीपी ट्राफिक राजवर्धन सिन्हा को दी गई तो उन्होंने इस मामले में कार्रवाई करने के लिए डीसीपी ट्राफिक राजतिलक को जांच के आदेश जारी किए।
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