शाहिद अंसारी
मुंबई:फैशन के इस दौर में हर प्रोडक्ट को आकर्षक बनाने के लिए हर कंपनी कोई ना कोई नया तरीका ढूंड निकालती है।और आलम यह होता है कि बाज़ार में प्रोडक्ट में नया पन दिखाई देने की वजह से उस प्रोडक्ट की क़ीमत असल प्रोडक्ट से ज्यादा होती है और उसके खरीदार भी ज़्यादा होते हैं।आज कल ऐंटिक चीज़ों की मांग बाज़ार मे बहुत है और युवा पीढ़ी इसकी इसकी सब से ज्यादा खरीदार है।महंगी कार और महंगी बाइक के शौक के साथ अब बाज़ार में ऐंटिक चाभियों बहुत देखने को मिल रहीं हैं जो खासकर युवा पीढ़ी ही नहीं सब को आकर्षित करती है।
मुंबई के भाइखला इलाके में ग्लोरिया चर्च के पास एक फिट की छोटी सी दुकान में बैठे नियाज़ भाई की कारिगरी की चर्चा जमकर हो रही है।नियाज़ भाई अपनी एक फिट की छोटी सी जगह पर 30 साल से चाभी बनाने का काम करते हैं लेकिन नए ज़माने में कुछ नया पन करने के लिए नियाज़ भाई ने बारीक नक्काशी वाली और ऐंटिक चाभियां बनानी शुरू कर दीं पीतल से बनी यह चाभियां देखने में बेहद खूबसूरत और बहुत ही कम क़ीमत में बनाई जाती हैं।चाभियों की बेहतर नक्काशी और खूबसूरत दिखाई देने के लिए तलवार,रिवाल्वर,खंजर,चाकू की शकल में तरह तरह की चाभियां बनाई जाती हैं वह भी बहुत ही कम पैसों में।इन चाभियों की क़ीमत 50 रूपए से लेकर 200 रूपए की हैं और इसमें पीतल का उपयोग हो रहा है।चाभी को बनाने के लिए एक मशीन के ज़रिए मात्र 5 मिनट का वक्त लगता है और चाभी एक नई शकल में बन जाती है।
नियाज़ भाई का कहना है कि आज कल के युवा नई बाइक और नई कार में जिस तरह से बदलाव (अल्टर) कर के उसे एक नई शकल देने की कोशिश करते हैं इसलिए वह अपनी चाभियों के ज़रिए युवकों में बहुत पापुलर हो रहे हैं।खास बात तो यह है कि नियाज़ भाई की बनाई हुई चाभियां चूंकि बहुत ही कम पैसों में हैं इसलिए उनकी मांग भी काफ़ी ज़्यादा है।
Post View : 8