बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
मुंबई : भारत की सबसे धनी महानगरपालिका के रूप में जानी जाने वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने इतिहास का अपना सबसे महंगा बजट पेश किया।बजट को आगामी बीएमसी चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। देश के सबसे बड़े और सबसे अमीर नागरिक निकाय का व्यापक ध्यान के साथ साथ इस वर्ष बजट में स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, शिक्षा, बाढ़ नियंत्रण पर खासा फोकस किया गया है।जिसमें बीएमसी ने अपने 45,949.21 करोड़ रुपए के बजट में पुरानी योजनाओं को पूरा करने पर पूरा बल लगा दिया है। पिछले वर्ष पेश किए गए 39,038.83 करोड़ के बजट की अपेक्षा इस साल का बजट 6,850.38 करोड़ यानी 17.70 प्रतिशत ज्यादा का है।इस बार के बीएमसी बजट में वैश्विक महामारी कोरोना का असर भी साफ तौर पर देखने को मिला है।जानकारों के मुताबिक बीएमसी के इस बजट में खास तौर पर देश की वाणिज्यिक और ग्लैमर राजधानी के 1.75 करोड़ लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हेतु एक नया सफर कहा जा सकता है।देखा जाए तो बीएमसी द्वारा पेश किया गया यह साल 2022-23 के लिए 45,949.21 करोड़ रुपए का बजट है।जोकि पिछले वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक बताया जा रहा है।जैसा कि इस बजट में क्रमशा 8.43 करोड़ रुपए की अधिशेष राशि भी शामिल की गई है। बीएमसी द्वारा जारी किए गए बजट की मुख्य विशेषताओं में शामिल जैसे अस्पतालों का निर्माण और उनके पुनर्विकास को शामिल बताया गया है।वहीं मुंबई की चर्चित मीठी नदी का कायाकल्प भी इस बजट में रखा गया है।वही दूसरी तरफ शहर में चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग केंद्र, मुंबई नागरिक शिक्षा में आईजीसीएसई और आईबी स्कूल के साथ साथ नागरिक परिदृश्य में सुधार हेतु शहरी डिजाइनरों की नियुक्ति भी शामिल की गई है।
बीएमसी आयुक्त के अनुसार पिछले दो वर्षों से जारी कोविड -19 महामारी के दौरान मुंबई सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है।ऐसे में शहर मुंबई के लिए विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं बढ़ाने और सुधारने के लिए बीएमसी ने बजट में 6933.75 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा है।देखा जाए तो बीएमसी के कुल बजट का यह 15.09 प्रतिशत है।बीएमसी द्वारा पेश किए गए साल 2021-22 के इस बजट के लिए 39038.83 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है। देखा जाए तो BMC द्वारा अबकी बार अब तक का सबसे ज्यादा फंड वाला बजट पेश किया गया है। इससे पूर्व मुंबई BMC ने पिछली बार 33 हज़ार 441 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था। ऐसे में विगत वर्ष की तुलना में BMC ने इस बार 16.74% की बजट में बढ़ोत्तरी की है।पिछले दो वर्षों में कोविड -19 महामारी के दौरान देश के सबसे अधिक प्रभावित शहर मुंबई में विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं बढ़ाने और सुधारने के लिए बीएमसी 6933.75 करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह कुल बजट का 15.09 प्रतिशत है।
इसमें 200 हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे स्वास्थ्य केंद्र आपके पड़ोस में स्वास्थ्य देखभाल योजना के तहत, 200 शिव योग केंद्रों की स्थापना, नागरिक औषधालयों का मानकीकरण और आधुनिकीकरण, गोवंडी में एक नए शताब्दी अस्पताल का निर्माण, कूपर अस्पताल में एक मेडिकल कॉलेज की इमारत, दो प्रमुख चिकित्सा सुविधाओं का पुनर्विकास – बोरीवली में भगवती अस्पताल, सायन अस्पताल, प्लस सिद्धार्थ / मुरली देवड़ा नेत्र अस्पताल, केईएम अस्पताल परिसर में प्रोटॉन थेरेपी के लिए एक नया कैंसर अस्पताल, एमटी अग्रवाल अस्पताल और भाभा अस्पताल और नायर डेंटल कॉलेज का विस्तार आदि शामिल है।वही बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा फोकस करते हुए बजट का ध्यान रखा गया है।बीएमसी बजट में शिक्षा और हेल्थ पर विशेष फोकस किया गया है। इसके लिए बजट में बढ़ोत्तरी की गयी है। बीएमसी के स्कूलों में केंब्रिज विश्वविद्यालय का पाठ्यक्रम शुरु किया जाएगा। इसके लिए कौशल्य विकास प्रयोगशाला बनाया जाना है। बीएमसी विद्यार्थियों के लिए स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण करेगी। शिक्षा पर बजट में 3370,24 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसी तरह वैश्विक महामारी कोरोना से सबक लेते हुए स्वास्थ्य विभाग के लिए अधिक निधि की व्यवस्था की गई है।बीएमसी ने 3370.24 करोड़ रुपये के बजट के साथ शिक्षा पर जोर दिया है जो पिछले साल के 2945.78 करोड़ रुपये से 14.45 प्रतिशत अधिक है। बीएमसी ने 19,401 एसएससी छात्रों को नवीनतम पाठ्यक्रम के साथ टैब प्रदान करने की योजना बनाई है जो ऑनलाइन शिक्षा के दिनों में एक सुधार शैक्षणिक उपकरण है। इसके अतिरिक्त 1,300 कक्षाओं का डिजिटलीकरण और 50 प्राथमिक विद्यालयों में ई-पुस्तकालयों की एक पायलट परियोजना भी शामिल है।
मुख्यमंत्री द्वारा घोषित नए साल के उपहार के तौर पर बीएमसी 500-वर्ग फुट क्षेत्र की आवासीय संपत्तियों के 16,14,000 मालिकों को संपत्ति कर में छूट देगा । इस कदम से उसकी वार्षिक राजस्व आमदनी में 462 करोड़ रुपये की कमी आएगी।ऐसे में बजट में सरकार द्वारा की गई घोषणा के मुताबिक प्रॉपर्टी टैक्स माफ किये जाने के संबंध में भी कदम उठाया गया। बजट के अनुसार बीएमसी ने 500 वर्ग फुट (500 sq ft) तक के घरों को पर प्रॉपर्टी टैक्स माफ करने की घोषणा के साथ मुंबईकरों को एक बड़ी राहत दी है।बीएमसी 14 जनवरी को,दुबई और सिंगापुर के बाद चैटबॉट के माध्यम से 80 सार्वजनिक सेवाओं की पेशकश करने वाला दुनिया का तीसरा नागरिक निकाय बन गया था । इस साल यह राजस्व बढ़ाने के लिए डिजिटल विज्ञापनों की अनुमति देकर स्मार्ट बन जाएगा। संपत्ति कर और जल कर बिल, और अन्य भुगतान को डिजीटली किया जाएगा।बुनियादी ढांचे के मोर्चे पर, बीएमसी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की महत्वाकांक्षी तटीय सड़क परियोजना के लिए 3200 करोड़ रुपये खर्च करेगी । इसके अतिरिक्त 2 फ्लाईओवर के साथ गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड के लिए 1300 करोड़ रुपये और सीवरेज उपचार परियोजना के लिए 1340 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगेविगत बजट पर गौर किया जाए तो BMC को साल 2020-21 में 28448.30 करोड़ रुपए का राजस्व मिलने की उम्मीद थी। लेकिन बीएमसी को महज सिर्फ 22572.13 करोड़ रुपए का राजस्व मिला।आकड़ो पर गौर करे तो बीएमसी को इस बार 5876 करोड़ रुपए नुकसान होने के अनुमान सामने आया है।
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