बॉम्बे लीक्स ,उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में भाजपा का दबदबा दिखा।नतीज़ों पर योगी मॉडल का असर दिखा तो सपा बसपा कांग्रेस को जनता ने नकार दिया।यूपी में नगर पालिका में 199 सीटों में से 95 सीटें बीजेपी व उसके सहयोगियों के दलों के खाते में गई हैं।सपा ने 40, कांग्रेस ने 4, बसपा ने 15 और अन्यों ने 45 सीटों पर जीत दर्ज की है।वहीं नगर पंचायत सीटों की बात करें तो बीजेपी ने 196, सपा ने 88, कांग्रेस ने 13, बसपा ने 40 और अन्य ने 207 सीटों पर जीत दर्ज की है।निकाय चुनाव में मिली भारी जीत से भाजपा नेताओं में काफी उत्साह है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में बीजेपी को बंपर जीत मिली है, पहली बार यूपी के सभी नगर निगम पर बीजेपी की जीत हुई है।वहीं यूपी बीजेपी के शानदार प्रदर्शन पर गृहमंत्री अमित शाह की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। गृहमंत्री ने सीएम योगी आदित्यनाथ की भी तारीफ की है।इसके साथ ही बीजेपी नेता अमित शाह ने जनता का भी आभार व्यक्त किया है।बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने सभी 17 नगर निगम के मेयर पद पर जीत की तरफ बढ़ती दिख रही है। सबसे बड़ा मुकाबला आगरा में होता दिखा। वहां पर भाजपा उम्मीदवार को बहुजन समाज पार्टी से टक्कर मिली। हालांकि, 10वें राउंड के वोटों की गिनती में भाजपा की भाजपा की हेमलता दिवाकर बसपा की लता बाल्मीकि से आगे निकलीं। इसके बाद वोटों का अंतर बड़ा होता गया। सभी 17 सीटों पर कमल खिलाकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में अपना परचम लहरा दिया है। यह चुनाव सीएम योगी के लिए अग्निपरीक्षा माना जा रहा था। इसमें उन्हें सफलता मिली है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह पहली बार है जब भाजपा ने सभी नगर निगमों में जीत हासिल की है। यूपी में 200 नगर पालिकाएं हैं जिसमें से भाजपा ने 120 से ज्यादा पर जीत हासिल की है।इसके पहले मुख्यमंत्री योगी ने पार्टी कार्यकर्ताओं की ट्वीट कर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड विजय पर भाजपा के सभी समर्पित व कर्मठ कार्यकर्ताओं एवं सुशासन प्रिय उत्तर प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!भाजपा की ओर से इस बार नगर निकाय चुनाव को लेकर विशेष रूप से रणनीति तैयार की गई। इसके आधार पर चुनावी अभियान को चलाया गया। भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से भूपेंद्र चौधरी के नेतृत्व की भी यह परीक्षा थी। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा ने मेयर चुनाव में एकतरफा जीत दर्ज कर एक बड़ा संदेश दे दिया है। समाजवादी पार्टी को माय समीकरण में सेंधमारी का सामना करना पड़ा। वहीं, मायावती एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में आगे बढ़ती दिख रही है।बता दे कि राज्य के 75 जिलों में नगर निकाय चुनाव के लिए दो चरणों में क्रमश: चार मई और 11 मई को मतदान हुआ था।नगर निकाय चुनाव में 17 महापौर, 1420 पार्षद, नगर पालिका परिषदों के 199 अध्यक्ष, नगर पालिका परिषदों के 5327 सदस्य, नगर पंचायतों के 544 अध्यक्ष और नगर पंचायतों के 7178 सदस्यों के निर्वाचन के लिए दोनों चरणों में मतदान हुआ।चुनाव में 17 महापौर और 1,401 पार्षदों के चुनाव के लिए मतदान हुआ, जबकि 19 पार्षद निर्विरोध चुने गए।राज्य में नगर पालिका परिषदों के 198 अध्यक्षों और 5,260 सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान हुआ।मतदाताओं ने नगर पंचायतों के 542 अध्यक्षों और नगर पंचायतों के 7,104 सदस्यों के भाग्य का फैसला करने के लिए भी मतदान किया।कुल मिलाकर, 162 जनप्रतिनिधि निर्विरोध चुने गए, जबकि 14,522 पदों के लिए 83,378 उम्मीदवार मैदान में थे।
Post View : 59263