मुंबई:बाल मज़दूरी के नाम पर कारखानों के मालिकान और सोशल सर्विस ब्रांच ने अंजुमन बाशिंदगान-ए-बिहार संस्था के साथ मिलकर कल नागपाड़ा पुलिस थाने हंगामी मीटिंग की।मीटिंग में इस मुद्दे को लेकर लोगों ने मांग की है कि पुलिस प्रशासन की ओर से कार्रवाई के दौरान नियम कानून का पालन करते हुए कार्रवाई करे ताकि हालात खराब न हों।अंजुमन बाशिंदगान-ए-बिहार के जनरल सेक्रेटरी महमूद हकीमी ने कहा कि हमने अक्सर देखा है कि जब कार्रवाई होती है तो पुलिस उन बच्चों को भी बाल मज़दूरी के आरोप में रेस्क्यु करती है लेकिन वह बच्चे दर असल स्कूलों में पढ़ते हैं और उन्ही कारखानों मे रहते हैं जहां पर्स,जूते,बैग और दूसरे काम होते हैं तो इसका यह मतलब तो बिल्कुल नहीं होता है कि उस बच्चे से बाल मज़दूरी कराई जाती है।बिहार और उत्तर प्रदेश के बड़े पैमाने पर लोग मुंबई के नागपाड़ा मदनपूरा अग्रीपाड़ा इलाके में रोज़ी रोटी के लिए बस गए और यहीं वह अपना कारोबार करते हैं।इस दौरान बाल मज़दूरी को लेकर कार्य करने वाली एनजीओ प्रार्थना फाउंडेशन,लेबर डिपार्टमेंट की भी मौजूदगी रही है।हकीमी ने कहा कि हर साल इस तरह की मीटिंग का आयोजन करने हम प्राशान को जागरुक करते हैं और विभागी अधिकारी इस बाता को लेकर हमेशा वादा करते हैं लेकिन वादे वफा नहीं होते और फिर कारखाने के मालिकों को बाल मज़दूरी के नाम पर परेशान किया जाता है।ऐसी हालत में पुलिस और कारखाना मालिकों के दरमियान तालमेल होना बेहद ज़रूरी है।मीटिंग में महमूद हकीमी के साथ उमैद महमूदी,अब्दुल वदूद शेख,लाल मुहम्मद शेख,शाकिर अंसारी की मौजूदगी रही साथ में नागपाड़ा पुलिस थाने के सीनियर पीआई संजय बसवत एपीआई पवार समेत कई अधिकारियों की मौजूदगी रही।
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