शाहिद अंसारी
मुबंई:नसीम खान के गढ़ चांदीवली विधान सभा क्षेत्र से बीएमसी चुनाव में मनसे उम्मीदवार दिलीप लांडे की जीत हुई जबकि नसीम खान द्वार मैदान में उतारे गए उम्मीदवार गौस शेख को ज़िल्लत भरी शिकस्त हुई।Bombay Leaks से बात करते हुए दिलीप लांडे ने कहा कि मैंने जो जीत हासिल की उसके लिए अपने लोगों का आभारी रहूंगा और हमेशा एक सेवक के जैसा उनकी सेवा करते रहूंगा लांडे ने कहा कि नसीम खान ने चुनाव से पहले 25 रैलियां और एक बड़ी सभा की यही नहीं शाम,दाम,दंड भेद फंडे को अपनाया लेकिन जिस तरह से नसीम खान खुद चुनाव जीतने के बाद जनता को लॉली पॉप दे रहे बिल्कुल उसी तरह से जनता ने उन्हें लॉलीपॉप दिखा कर उन्हें बताया कि 5 साल तुम्हारा और एक दिन हमारा।
हमेशा बीएमसी चुनाव में नसीम खान जिसका भी जीतने के लिए प्रचार करते हैं असल में वह प्रचार नहीं बल्कि जनता को परिचित कराते हैं कि इसे हराने में पूरा सहयोग करो इसी लिए इस बार भी नसीम खान की बातों पर अमल किया और गौस शेख को लॉलीप दिया।यह इतिहास रहा है कि नसीम खान चांदिवली से जिसे जिताने की बात करते हैं उसे हमेशा शर्मनाक हार का सामना करना पड़ता है चांदिवली की जनता को इस बात का गर्व है कि नसीम खान ने इस परम्परा को इस बार भी जीवित रखा और उनके उम्मीदवार गौस शेख का उन्होंने इस बार प्रचार किया और आज जैसे ही चुनाव का नतीजा आया वैसे ही गौस शेख की शिकस्त का एलान किया गया।
दरअसल हमेशा से नसीम खान की नीति रही है कि वह अपने इलाके में कांग्रेस के उम्मीदवार को हराने की हर मुमकिन कोशिश करते हैं इसी लिए वह किसी भी उम्मीदवार को आगे बढ़ने नहीं देते क्योंकि मिनिस्ट्री छिन जाने के बाद उन्हें खुद का अस्तित्व खतरे में नज़र आने लगा है हांलाकि इस बार भी हमेशा की तरह गौस शेख को लेकर दिखावे करते हुए एड़ी चोटी का ज़ोर लगाया और वही हुआ जो हमेशा होते आया है।
अब इस हार के बाद यह सवाल उठता है कि क्या हकीकत में कांग्रेस इस क्षेत्र मे कमज़ोर है या खुद कांग्रेसी उसे खोखला करने पर तुले हुए हैं।नसीम खान ने Bombay Leaks से बात करते हुए कहा कि उनके गढ़ में जिल्लत भरी शिकस्त नहीं हुई बल्कि थोड़ी बहुत वोटों से ही हार हुई है उनके गढ़ में कांग्रेस से वाजिद अली जीतने में कामयाब हुए खान ने कहा कि पिछले 25 सालों से शिवसेना बीजेपी ने तरक्की के नाम पर जमकर करप्शन किया पिछले 3 सालों में मोदी सरकार ने जनता से खिलवाड़ किया लेकिन शिवसेना बीजेपी ने मुद्दे से हटकर राजनीति खेली जिसमें वह कामयाब हुए इसके साथ साथ एमआईएम के जोशीले भाषण की वजह से हिंदू वोटर्स में एकता हुई और उसका फाएदा शिवसेना बीजेपी ने उठाया।
Post View : 14