बॉम्बे लीक्स ,राजस्थान
राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा का चुनाव होना है।रविवार (2 अप्रैल) को जयपुर मुख्यालय में राजस्थान बीजेपी की विधायक दल की बैठक हुई।जिसमें कुछ दिग्गज नेताओं के पदों में बदलाव किया गया।इसे पार्टी की ओर से जातीय समीकरण साधने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से तैयारी तेज कर दी गई है। चर्चाओं के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा को राजस्थान में आने वाले चुनाव में भाजपा चेहरा नही बना रही है।इसलिए पार्टी ने जाति के अंकगणित को सही करने के लिए आवश्यक उपाय किए हैं।पिछले महीने ही पार्टी ने राज्य इकाई का नेतृत्व करने के लिए जाट नेता को हटा कर एक ब्राह्मण चेहरे को चुना था। वहीं रविवार को एक अन्य राजपूत नेता के कद को बढ़ाकर पार्टी ने राजनीतिक रूप से शक्तिशाली राजपूत समुदाय को साधने का प्रयास किया है।रविवार को जयपुर में विधायकों की बैठक में, पार्टी ने विपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौर को विपक्ष के नेता के रूप में पदोन्नत किया।बता दें कि यह पद पार्टी के दिग्गज गुलाब चंद कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद खाली हुआ था।पिछले महीने ही पार्टी ने ब्राह्मण चेहरे और चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। जोशी ने सतीश पूनिया का स्थान लिया था।जिन्हें विपक्ष का उप नेता बनाया गया है। पार्टी की तरफ से तीनों समुदायों, जाट, राजपूत और ब्राह्मणों को खुश रखने की कोशिश की गई है।जानना यह भी जरूरी है कि हाल में गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाए जाने के बाद से राजस्थान में विपक्ष के नेता का पद खाली पड़ा था।इस पद के लिए राजेंद्र राठौर के नाम का समर्थन वसुंधरा राजे ने किया।राठौर वसुंधरा राजे के मंत्रिमंडल का हिस्सा रह चुके हैं लेकिन बीते में समय में दोनों के संबंधों में खटास देखी गई।राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, राजे की पहल को गुटों के बीच खाई पाटने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि आने वाले चुनाव में वह खुद को बड़ी भूमिका देख रही हैं।देखा जाए तो राजेंद्र राठौर राजपूत समुदाय से आते हैं, जोकि राजस्थान में बीजेपी का कोर वोटबैंक माना जाता है।विधानसभा चुनाव से पहले राठौर को विपक्ष के नेता के तौर पर पदोन्नत किए जाने के फैसले को बीजेपी के जातीय गणित साधने के कदम के तौर पर ही देखा जा रहा है। वहीं, राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ब्राह्मण परिवार से आते हैं और विधानसभा में विपक्ष के उपनेता सतीश पूनिया जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।2011 की जनगणना के अनुसार, राजस्थान में ब्राह्मणों की आबादी 7 प्रतिशत, गूजर और राजपूतों की आबादी 9 फीसदी और जाटों की 12 प्रतिशत है।ऐसे में बीजेपी विधायक दल की बैठक में उठाए गए कदम तीनों समुदायों ब्राह्मण, राजपूत और जाटों को खुश रखने की उम्मीद के तौर पर देखे जा रहे है।
Post View : 69155