बॉम्बे लीक्स ,उत्तर प्रदेश
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश और माफिया मुख्तार अंसारी के शॉर्प शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा का नाम गाजीपुर से भाजपा विधायक कृष्णानंद राय सहित सात लोगों की हत्या में आया था।एके-47 से अंधाधुंध फायरिंग करने के लिए संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा जरायम जगत में कुख्यात था। हालांकि, सीबीआई की अदालत ने मुख्तार अंसारी और उसके गुर्गों को इस हत्याकांड से बरी कर दिया था। फिलहाल, मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। कृष्णानंद राय की हत्या 18 वर्ष पहले हुई थी।बता दें कि लखनऊ की एससी-एसटी कोर्ट के बाहर वकील की ड्रेस में आये बदमाशों (शूटर्स) ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मुख्तार के करीबी शूटर जीवा को मार दिया था।लखनऊ में हुई इस शूटआउट की घटना में कुल चार लोगों को गोलियां लगी थी।गोली लगने से संजीव जीवा की मौके पर ही मौत हो गई थी।
बता दें कि जेल में बंद संजीव जीवा को एक मामले में सुनवाई के लिए अदालत लाया गया था और इसी दौरान यह घटना घटी।मुख्तार अंसारी गिरोह का कुख्यात सदस्य जीवा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का निवासी था।संजीव जीवा सबसे पहले नाजिम जो कि ज्वालापुर हरिद्वार का रहने वाला है उसके गैंग में रहकर अपराध करता था।इस गैंग में नाजिम समेत संजीव जीवा, सतेंद्र, बलवेंद्र, जितेंद्र उर्फ भूरी, पवन, अमरजीत उर्फ बबलू, रमेश ठाकुर सदस्य थे।यह गैंग हरिद्वार, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर में अपहरण, डकैती, हत्या व लूट आदि जैसे जघन्य अपराध करता था।जीवा जब माफिया मुख्तार अंसारी के संपर्क में आया तो उसे राजनीतिक पॉवर का अहसास हुआ।इसके बाद जीवा मुख्तार के संरक्षण में अपना गैंग संचालित करने लगा।पश्चिमी यूपी के साथ-साथ पूर्वी यूपी में भी अपराधिक गतिविधियों में सक्रिय हो गया।पुलिस के अनुसार, जीवा वर्तमान समय में मुख्तार अंसारी के लिए ही अपराध करता था।इसी कड़ी में इसने बीजेपी विधायक कृष्णानन्द राय की हत्या में मुख्तार असारी गैंग के साथ रहकर हत्या को अंजाम दिया था।इसके बाद दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार होकर मौजूदा समय में लखनऊ जेल में बंद था।जीवा सबसे पहले हरिद्वार के नजीम गैंग के लिए काम करता था।नजीम गैंग द्वारा पूर्व विद्युत मंत्री और भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की फैजाबाद में हत्या कर दी गई थी, जिसमें कोर्ट द्वारा 20 वर्ष की सजा सुनाई गई।इस गैंग के सदस्य भूरी और रमेश ठाकुर पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं।अमरजीत और बबलू आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।वहीं, गैंग का सदस्य बलवेंद्र उर्फ बल्लू सुशील मूंछ गैंग में शामिल हो गया।इसके बाद जीवा ने सतेंद्र के साथ मिलकर अपना नया गैंग बना लिया।दरअसल बाहुबली मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर संजीव जीवा की लखनऊ कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।संजीव जीवा पश्चिम यूपी का खूंखार गैंगस्टर था। जीवा, बाहुबली मुख्तार अंसारी का करीबी था और उसका शार्प शूटर भी था।संजीव जीवा की हत्या 7 जून को हुई तो वहीं 2 दिन पहले ही यानी 5 जून को मुख्तार अंसारी को भी उम्रकैद की सजा हुई।बताया जाता है कि मुख्तार अंसारी के इशारों पर ही संजीव जीवा ने कई ऐसी वारदातों को अंजाम दिया, जिससे उत्तर प्रदेश में हड़कंप मच गया था। इनमें भारतीय जनता पार्टी के 2 विधायकों की हत्या का मामला भी था, जिसका आरोप मुख्तार अंसारी और संजीव जीवा पर लगा था।
Post View : 86453