Bombay Leaks ने हाल ही में कई ऐसी कपनियों के बारे में खबर प्रकाशित की थी जो अवैध रूप से चलाई जा रही हैं और अरब सागर में अवैध कामों के लिए सक्रीय है जिनके काले कारनामों के बारे में लिखा गया था जिसके बाद मुंबई पुलिस हरकत में आई लेकिन मुंबई पुलिस ने कार्रवाई को लेकर अपने हाथ खड़े कर लिए अब महाराष्ट्र पाल्युशन कंट्रोल बोर्ड ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कई कंपनी के खिलाफ न केवल कार्रवाई की है बल्कि उन कंपनी द्वारा अरब सागर में अवैध गतिविधियों को लेकर कंपनी बंद करने का फरमान जारी किया है जिसकी कॉपी Bombay Leaks के पास मौजूद है। यह कंपनी अपनी तिगड़म और पावर की वजह से कई विभाग को बेवकूफ बनाने उन्हें मैनेज करने में अब तक कामयाब रही लेकिन महाराष्ट्र पाल्युशन कंट्रोल बोर्ड के सामने इसकी एक नहीं चली।
महाराष्ट्र पाल्युशन कंट्रोल बोर्ड ने अपनी जांच में पाया कि अल हिंद लुब्रीकेंट नाम की कंपनी जो पालघर जिले के वाड़ा में अवैध तरीके से चलाई जा रही है यह कंपनी ऑयल की अवैध गतिविधियों में शामिल है जिसकी वजह से इसे बंद करने का फरमान जारी किया गया है।
महाराष्ट्र पाल्युशन कंट्रोल बोर्ड ने अपनी जांच में पाया की अल हिंद कंपनी का सिवेज ट्रिटमेंट प्लांट के लिए और Combined Consent Plant and Authorization Operate के लिए लाएसेंस ही नहीं है।जो की यह नियम 26 of the water (P & Cp) Act 1974 and Section 21 of the (P & Cp) Act 1981and the hazardous and otherwastes(Management and transboundry movement ) Ruels 2016 का उल्लघंन है।
इस कंपनी का ईटीपी इंस्टालेशन सही नहीं है और यह गैर कानूनी तरीके से हानिकारक पदार्थ की तस्करी करते हैं, इस कंपनी का रिप्रोसेसिंग एक्टिविटी है वह भी सही नहीं है और सक्रीय नहीं है, कंपनी के जो प्रापर शेड होना चाहिए वह भी नहीं थे ऑयल स्पिलेज इनकी फैकट्री में पाया गया हाउस कीपिंग का जो सिस्टम है वह भी बेहतर नहीं है।इस कंपनी के पास वाटर और एयर पाल्यूशन रोकने के लिए भी कोई उपाय नहीं है। जो की Environment Protection Act 1986 का उल्लघंन है।
इस कंपनी की ETP वह भी खराब और बंद अवस्था में पाई गई और कंटेनर बिना शेड के पाए गए।जांच के दौरान खराब तेल की रिप्रोसेसिंग के उपकरण भी बंद पाए गए।इस कंपनी में बहुत सी जगहों पर तेल पड़ा हुआ मिला।यहां तक कि साफ सफाई का भी कोई ढंग से नहीं की जाती।कंपनी के पास बेचने और खरीदने का रिकॉर्ड भी नहीं है और जो खराब कचरा डिस्पोज किया जाता है उसका भी कोई रिकॉर्ड नहीं है।कंपनी ने CHWTSDF भी जमा नहीं किया
इससे यह जाहिर होता है की Consent To Operate and Authorization जो लाइसेंस प्राप्त होता है वह इस्तेमाल किया गया ऑयल की रिप्रोसेसिंग के लिए मिलता है यह रिप्रोसेसिंग छोड़ कर डायरेक्ट ट्रीडिंग कर रहे हैं जो की इस लाइसेंस और नियम का उल्लघंन है। कंपनी पास इनके काम का कोई हिसाब किताब नहीं है कई जगहों पर फर्जी बिल और फर्जी कागजात जमा किए।यह कंपनी अल हिंद लुब्रीकेंट जान बूझ कर सारे नियमों की धज्जियां उड़ा रहे।
इस जांच के बाद महाराष्ट्र पाल्युशन कंट्रोल बोर्ड ने इस कंपनी को लाइट और पानी को सेवाओं को समाप्त करने का फरमान जारी किया है ।अगर कंपनी द्वारा इस आदेश का पालन नहीं किया गया तो इनका लाइसेंस पूरी तरह से रद्द कर के फैक्ट्री सील कर दी जाएगी।
इस बारे में हम ने कंपनी के मालिक अनीस उर्फ बबलू से बात की बबलू ने कहा को हम एक ज़माने से कंपनी चला थे हैं उल्टे सीधे काम अगर होते भी हैं तो महाराष्ट्र पाल्युशन कंट्रोल बोर्ड के अफसरान को जानकारी में सब कुछ चलता है इसके लिए उन्हें भी चाय पानी दी जाती है अब नया फरमान आया है तो उसे भी निपटाने में समय नहीं लगेगा।अनीस ने यह भी कहा की ख़बर लिखने वाले पत्रकार जिस ने उसका पक्ष जानने के लिए कॉल किया था उसे भी डरा दिया ताकि वह खबर न लिख सके।
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