बॉम्बे लीक्स ,नई दिल्ली
दिल्ली सीएम केजरीवाल के सरकारी आवास निर्माण का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सीएम के सरकारी आवास पर 45 करोड़ रुपये खर्च का मामला सामने आने के बाद से दिल्ली में मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी लगातार हमलावर है।दिल्ली बीजेपी ने सीएम आवास विवाद पर कहा है कि बिना टेंडर के आवास पर 45 करोड़ का खर्च करना बड़ा भ्रष्टाचार है।तो वहीं, आम आदमी पार्टी ने कहा है कि ये घर 80 साल पुराना है और ये सुरक्षित नहीं रह गया था, इसलिए इसको दोबारा से बनवाने की जरूरत थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करने का एक और मुद्दा मिल गया है।भाजपा ने दावा किया कि शहर के सिविल लाइंस इलाके स्थित सीएम अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास के ‘सौंदर्यीकरण’ पर लगभग 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए और इसने ‘नैतिक’ आधार पर उनके इस्तीफे की मांग की है।इस पर आप नेता संजय सिंह ने कहा कि लोगों का ध्यान असल मुद्दों से भटकाने के लिए विवाद खड़ा किया गया है।उन्होंने कहा, “खुद को फकीर कहने वाले प्रधानमंत्री 500 करोड़ रुपये से अपने लिए घर बनवा रहे हैं, जिस घर में वह अभी रह रहे हैं, उसके जीर्णोद्धार पर 90 करोड़ रुपये खर्च किए गए। दिल्ली भाजपा के मुताबिक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर 45 करोड़ रुपये के मरम्मत कार्यों का सबसे ‘दयनीय’ पहलू यह है कि इस धनराशि को तब मंजूरी दी गई। जब दिल्ली कोविड-19 वैश्विक महामारी की चपेट में थी। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “कोरोना महामारी जब पीक पर थी और लोगों की मौत हो रही थी, तब अरविंद केजरीवाल अपने बंगले के रेनोवेशन में व्यस्त थे।इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने अपने शीशमहल के रेनोवेशन में करोड़ों रुपये खर्च किए।एक समय केजरीवाल कहते थे, एक कमरे के मकान में रहना चाहिए।पैर पैसारने से लेकर शराब घोटाले तक की ये कहानी मीडिया के सामने रखी जा रही है।अरविंद केजरीवाल महाराज’ की कहानी को न चलाने के लिए अब मीडिया को भी प्रलोभन दिया जा रहा है।अब, जब केजरीवाल से सवाल पूछा जाता है, तो कहते प्रधानमंत्री किस गाड़ी से चलते हैं? सेंट्रल विस्टा पर भीसवाल उठाएंगे, लेकिन सेंट्रल विस्टा देश की धरोहर है।बंगले के लिए ‘उत्कृष्ट’ उत्पादों के चयन और ‘आलीशान एवं आरामदायक जीवन की लालसा’ के लिए राजा-महाराजा भी केजरीवाल के आगे सिर झुकाएंगे।केजरीवाल के बंगले के लिए खरीदे गए आठ पर्दों में से एक की कीमत 7.94 लाख रुपये से अधिक थी।जबकि इनमें से सबसे सस्ता पर्दा 3.57 लाख रुपये का था। बंगले के लिए 1.15 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का संगमरमर वियतनाम से लाया गया था, जबकि चार करोड़ रुपये पूर्व-निर्मित लकड़ी की दीवारों पर खर्च किए गए थे।जवाब में आप पार्टी ने कहा है कि जिस घर में केजरीवाल रहते हैं वह 1942 में बना था। घर के अंदर से लेकर बेडरूम तक छत से पानी टपकता था। लोक निर्माण विभाग (PWD) ने ऑडिट किया। यह बंगला प्राइवेट तो है नहीं। एक सरकारी बंगला है। दूसरे सीएम और पीएम से भी तुलना की जानी चाहिए। सीएम शिवराज के आवास पर चूना रगड़ाई पर 20 करोड़ खर्च हुआ। पीएम मोदी के आवास को बनाया जा रहा है जिसकी अनुमानित लागत 500 करोड़ है। यह रकम दोगुनी या इससे अधिक भी हो सकती है।
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