बॉम्बे लीक्स ,नई दिल्ली
दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश पर सीएम केजरीवाल संपूर्ण विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं।सीएम केजरीवाल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार , पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ,शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे और शरद पवार समेत कई नेताओं से मिल चुके हैं। लेकिन कांग्रेस का आप के प्रति अलग रास्ता अख्तियार किए हुए है।
हालांकि दिल्ली सरकार और केंद्र के बीच जारी उठापटक के बीच कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मीटिंग बुलाई।वहीं कांग्रेस ने सीएम केजरीवाल पर बड़ा हमला भी किया है।कांग्रेस ने सीमा केजरीवाल और पीएम मोदी की फोटो शेयर करते हुए आप-बीजेपी को एक समान बताया है।दिल्ली कांग्रेस ने दोनो ही नेताओं और पार्टी को फेक करार दिया हैं।कांग्रेस ने मोदी सरकार की पहचान जुमला और भ्रष्टाचार बताई तो केजरीवाल सरकार की पहचान हवाला और घोटाला बताई है।बता दें कि मुख्यमंत्री केजरीवाल अध्यादेश के मुद्दे पर विपक्षी दलों से समर्थन मांग रहे हैं।इसको लेकर वह अब तक तेलंगाना के सीएम केसीआर, टीएमसी चीफ ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे और नीतिश कुमार सहित कई नेताओं से मिले हैं, इस दौरान सब ने एक बात दोहराई है कि हम अध्यादेश के खिलाफ है और राज्यसभा में इसके खिलाफ वोट करेंगे।हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली के अफसरों की ट्रांसफर और पोस्टिंग का अधिकार केजरीवाल सरकार के पास है।इसको देखते हुए केंद्र सरकार 19 मई को अध्यादेश ले आई. इसे केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट की अवमानना बताया है।वहीं अब दिल्ली अध्यादेश को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ऐसे समय में मीटिंग बुलाई की ,जब केजरीवाल ने हाल ही में खरगे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांग रहे है। केजरीवाल ने इसके लिए ट्वीट किया कि ,कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी से भाजपा सरकार के अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक अध्यादेश के खिलाफ संसद में कांग्रेस का समर्थन हासिल करने और संघीय ढांचे पर हमले तथा मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए मुलाकात का वक्त मांगा है।वही पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस विचार कर रही है कि केजरीवाल का अध्यादेश को लेकर समर्थन करना चाहिए है या नहीं।
Post View : 68539