बॉम्बे लीक्स ,उत्तर प्रदेश
डॉ. घनश्याम तिवारी की हत्या के सूत्रधार पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है। साथ ही प्रशासन ने उसके द्वारा किए गए अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। वहीं, शव का अंतिम संस्कार भी तीसरे दिन कर दिया गया।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में शनिवार रात हुए डॉ घनश्याम तिवारी मर्डर के आरोपी भाजयुमो जिलाध्यक्ष अजय नारायण सिंह के कार्यालय पर आज जिला प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया। प्रशासन का कहना है कि कार्यालय अवैध भूखंड पर बना था। शेष ध्वस्तीकरण की कार्रवाई अभी आगे भी की जानी है। पुलिस के आला अधिकारियों ने मुख्य आरोपी अजय नारायण पर 50 हजार का इनाम घोषित किया है। डीएम ने बताया कि आरोपी और उनके परिवार ने अवैध कब्जा को खाली कराने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अब तक 4 करोड़ की जमीन मुक्त कराई गई है।दरअसल सुल्तानपुर में डॉ की हत्या के बाद हुई किरकिरी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से काफी बड़ा एक्शन हुआ है। डॉक्टर घनश्याम तिवारी की हत्या का मुख्य आरोपी फरार अजय नारायण पर 50 हजार का इनाम घोषित किया हुआ है। इस घटना के बाद सुल्तानपुर नगर कोतवाली को निलंबित कर दिया गया है।वही आरोपी अजय नारायण एवं उसके संरक्षकों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर भी चलाया गया। जिलाधिकारी जसजीत कौर के अनुसार लगभग चार करोड़ की 3 सरकारी जमीनों को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया। जिस जमीन के कारण डॉ की हत्या की बात की जा रही थी उससे अवैध कब्जा मुक्त करवा के मृतक के परिजनों को नारायणपुर में स्थित जमीन पर कब्जा दिलाया गया। मुकदमे में 302, 307 के साथ 7 क्रिमिनललॉएक्ट जोड़ा गया। यूपी पुलिस ने डॉक्टर हत्याकांड के आरोपी अजय नारायण सिंह के अनाधिकृत अवैध अतिक्रमण को पल भर में ध्वस्त दिया गया।जानकारी के लिए बता दूं कि आरोपी अजय नारायण बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश नरायन सिंह के भतीजे और भाजपा जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह का भाई है। अजय नारायण की तरह चंदन ने हाईवे पर कब्जा करके कथित तौर पर कैंप कार्यालय बना रखा था जिसे पुलिस और प्रशासन की टीम ने मिलकर सोमवार को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। पुलिस- प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा है। सुलतानपुर जिले के लम्भुआ थाना क्षेत्र के जमखुरी गांव के निवासी डॉ. घनश्याम तिवारी ( 55 ) जयसिंहपुर में संविदा पर चिकित्सक नियुक्त थे। उन्होंने शहर में अपना निवास बनाने के साथ नगर कोतवाली के विद्यामन्दिर के पीछे भूमि खरीदी थी। शनिवार देर शाम वे घायल अवस्था में अपने घर पहुंचे। उन्हान अपनी पत्नी को बताया कि जमीन के विवाद में विद्या मंदिर के पीछे उनके ऊपर प्राणघातक हमला किया गया। हमलावरों ने पीट-पीटकर उनका हाथ तोड़ दिया। हालत बेहद खराब देखकर परिजन उन्हें तुरंत जिला चिकित्सालय ले गए, जहां बात करते-करते डॉ. घनश्याम ने दम तोड़ दिया। हत्या का आरोप बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश नरायन सिंह के भतीजे अजय नरायन सिंह पर लगा है।
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