बॉम्बे लीक्स ,बिहार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से यूटर्न लिए जाने पर सुर्खियों में बन गए है।सीएम नीतीश कुमार की कही हुई वो लाईन की ‘जो पिएगा वह मरेगा’ जोर शोर से उठने लगी है।बता दें कि सीएम नीतीश ने यह लाइन उस समय कही थी, जब बिहार छपरा में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी ,तो कइयों के आंखों की रोशनी चली गई थी। जस दौरान उपरोक्त लाईन का बयान देकर सीएम नीतीश कुमार ने पीड़ित परिजनों को किसी भी प्रकार का मुआवजा देने से साफ इनकार कर दिया था।वहीं अब राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान कर दिया है।माना जा रहा है कि आगामी चुनावों को देखते हुए सीएम नीतीश अपने बयानों से पलट गए है।
गौरतलब है कि 4 माह पहले बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों पर सीएम नीतीश ने पलटी मारी है।सीएम ने पीड़ित परिजनों को अब 4 लाख का मुआवजा देने की घोषणा कर दी है।बता दें कि मौतों को लेकर नीतीश ने कहा था कि जो पियेगा वो मरेगा ,इसके अलावा नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि उनकी नजर में शराब पीने वाला व्यक्ति हिंदुस्तानी ही नहीं है।बिहार में जहरीली शराब कांड को लेकर जब विपक्ष ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की थी तो सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में कड़े शब्दों में इसका विरोध किया था।उन्होंने विधानसभा में कहा था कि जहरीली शराब से मौत होने पर किसी को भी मुआवजा नहीं दिया जाएगा।लेकिन सारण की घटना के 4 महीने बाद जब पूर्वी चंपारण यानी मोतिहारी में जहरीली शराब से 25 से अधिक लोगों की मौत अब तक हो चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोतिहारी में पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मृतकों के परिवार वालों को मुआवजा दिया जाएगा। शराबबंदी के बाद 2016 से जहरीली शराब के मृतकों के परिवार वालों को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार-चार लाख का मुआवजा दिया जाएगा। हालांकि, सीएम ने इसके लिए एक शर्त रख दी है।सीएम ने कहा कि जिन लोगों की मृत्यु जहरीली शराब से हुई है।उनके परिवार हमें लिखित में देंगे कि वे राज्य में शराबबंदी के पक्ष में हैं और वे शराब पीने के खिलाफ हैं तो हम उनकी मदद करेंगे। उन्हें हम मुख्यमंत्री राहत कोष से 4 लाख रुपए देंगे। 2016 के बाद जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिजन हमें अर्जी देंगे तो उन्हें हम सहायता राशि देंगे।वहीं अब सीएम के ऐलान के बाद बीजेपी के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने कहा कि ‘नीतीश कुमार मोतिहारी में जहरीली शराब पीकर मरने वाले लोगों के परिजनों को मूर्ख बनाने का काम कर रहे हैं।हालांकि देखा जाए तो शराबबंदी पर अपनी नीति बदलकर नीतीश कुमार ने विपक्ष को बड़ा झटका दिया है। दिल्ली से लौटने के बाद जहां सीएम नीतीश के प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने की चर्चा है। वहीं, सिवान, सारण के बाद मोतिहारी में जहरीली शराब से दो दर्जन से अधिक मौतों के बाद विपक्ष उनपर हमलावर था। शराब कांड के बीच मोतिहारी में अबतक 30 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है।
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