बॉम्बे लीक्स, नई दिल्ली
दिल्ली में उत्तर प्रदेश विधान भवन परिसर में हिन्दू संगठन के कार्यकता पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है।दिल्ली पुलिस ने यौन उत्पीड़न के मामले में स्वयंभू हिंदुत्व संगठन के कार्यकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।पीड़ित महिला की शिकायत के अनुसार, वे उन्हें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी से मिलवाने के बहाने वहां ले गया।पीड़ित महिला एक अभिनेत्री और नृतकी है।बता दें कि आरोपी हिन्दू संगठन महाराणा प्रताप सेना का राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह है।जोकि उस समय चर्चा में आया था जब उसने अजमेर दरगाह को शिवमंदिर होने का दावाकर काफी सुर्खियां बटोरी थी।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान महाराणा प्रताप सेना नामक संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार के रूप में हुई है।चाणक्यपुरी पुलिस थाने में कथित घटना के एक दिन बाद भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 354 (महिला का अपमान करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल), 354ए (यौन उत्पीड़न) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई थी।इस मामले में सरकार ने अपनी साख बचाते हुए दिल्ली स्थित यूपी सरकार के स्वामित्व वाली दो आवासीय इमारतों में से एक यूपी भवन के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।वही भवन के एक आउटसोर्स कर्मचारी को कथित रूप से आरोपी को आवासीय भवन में एक कमरा, जहां कथित घटना हुई थी, की सुविधा प्रदान कराने के लिए ड्यूटी से हटा दिया गया है।न्यूज़ पोर्टल द प्रिंट के मुताबिक पीड़ित एक अभिनेत्री, नर्तकी और व्यवसायी भी हैं।उसने आरोप लगाया कि आरोपी परमार ने उसे यूपी भवन बुलाकर कहा कि राजनाथ सिंह और गडकरी से मिलवाने में वो उसकी मदद करेगा।इसके बाद जब वो वहां पहुँची तो बाद में उसने उसके साथ आपत्तिजनक व्यवहार” करते हुए उसका “यौन उत्पीड़न” किया। महिला के मुताबिक शिकायत के बाद चाणक्यपुरी पुलिस थाने की टीम ने घटनास्थल का दौरा करते हुए सीसीटीवी फुटेज रिकार्ड में लिये।पीड़ित के मुताबिक परमार ने उससे कहा कि राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी यूपी भवन में हैं।लेकिन महिला अंदर गई तो वहां कोई मंत्री मौजूद नही था।इसके बाद परमार ने महिला के लिये लस्सी मंगवाई।महिला के मुताबिक जब उसने कमरे में प्रवेश करने के बाद परमार कथित तौर पर बाथरूम के अंदर चला गया और फिर नग्न होकर बाहर आया और उनके सामने खड़ा हो गया।महिला ने“जब मैंने विरोध किया, तो उसने मेरा हाथ मरोड़ दिया और मुझे चुप रहने के लिए कहा, और धमकी दी कि वो मेरा करियर बर्बाद कर सकता है। वे मुझे एक नशामुक्त भारत कार्यक्रम में ले गए, जो चाणक्यपुरी में एक संगठन द्वारा आयोजित किया जा रहा था।मैं उसके साथ गई, लेकिन कार्यक्रम से भाग गई और पुलिस से संपर्क किया।वहीं इन आरोपों के बारे में परमार का कहना है कि उनपर लगाए गये सभी आरोप बेबुनियाद है।उन्हे फसाने कि यह एक साजिश है।उनके अनुसार, वे घटना से एक दिन पहले ही एक सामान्य परिचित के जरिए महिला से मिले थे, जिन्होंने उन्हें बताया कि उन्हें (महिला को) रियलिटी शो बिग बॉस में एंट्री करने के लिए उनके समर्थन की ज़रूरत है।“मैंने अखबार में कुछ कवरेज पाने में उसकी मदद की।उसने मुझसे ब्याज़ पर 50,000 रुपये मांगे और अब वो इन कहानियों को पका रही है। मेरा लक्ष्य मजार-मुक्त और लव जिहाद-मुक्त भारत है और मैं एक हिंदुत्ववादी नेता हूं। यह मुझे बदनाम करने की साजिश है।हालांकि महिला का यह दावा कि परमार उनकी “लोकप्रियता” को भुनाने के लिए उन्हें ऐसे कार्यक्रम में लेकर गया था।
Post View : 65475