बॉम्बे लीक्स ,दिल्ली
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने सर्दियों के मौसम में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सर्दियों की शुरुआत में वायु प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में इस बार 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट पर फोकस किया है। एमसीडी ने बायोमास, खुले में कूड़ा जलाने की गतिविधियों को रोकने के लिए 932 अधिकारियों और कर्मचारियों की कुल 383 निगरानी टीमों का गठन किया है।दिल्ली निगम के मुताबिक खुले में कूड़ा जलाने और कूड़ा फेंकने की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए कड़ी निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। होटलों और खुले भोजनालयों में कोयले, लकड़ी के उपयोग को रोकने के लिए निगरानी कड़ी की जाएगी।
एमसीडी ने धूल नियंत्रण एवं प्रबंधन सेल (डीसीएमसी) बनाई. सभी अधीक्षण अभियंता और निदेशक (उद्यान) इस सेल के सदस्य हैं। धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने और प्रदूषण कम करने के लिए सीएक्यूएम,डीपीसीसी द्वारा जारी उपायों/सलाहों की निगरानी करेंगे।दिल्ली नगर निगम के मुताबिक सी एंड डी अपशिष्ट और धूल प्रदूषण को नियंत्रित रखने के लिए विभिन्न उपाय सुनिश्चित किए जाएंगे।मैकेनिकल रोड स्विपिंग का अधिकतम उपयोग किया जाएगा, सड़कों की सफाई और धूल कणों को दबाने के लिए पानी का छिड़काव होगा।धूल प्रदूषण से निपटने के लिए कच्ची सड़कों, टूटी सड़कों और गड्ढों का रखरखाव व मरम्मत भी की जाएगी।हॉटस्पॉट क्षेत्रों में सड़क से उड़ने वाली धूल के समाधान पर विशेष ध्यान देने के साथ ही वायु प्रदूषण में धूल के कणों का बड़ा योगदान होता है।यही वजह है की सीएंडडी साइटों पर एंटी-स्मॉग गन तैनात की जाएगी। एमसीडी खुले में सीएंडडी सामग्री साइटों व अन्य प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।दिल्ली नगर निगम जन संचार माध्यमों और अभियानों के माध्यम से लोगों को वायु प्रदूषण के बारे में जागरूक करेगी।दिल्ली सरकार के ग्रीन दिल्ली ऐप, समीर ऐप (सीपीसीबी) और 311 मोबाइल ऐप (एमसीडी) जैसे शिकायत निवारण तंत्र की प्रभावी ढंग से निगरानी की जाएगी और शिकायत का समय पर समाधान किया जाएगा।बता दे कि मौसम संबंधी पूर्वानुमान है कि दिल्ली का अगले कुछ दिनों में एक्यूआई खराब श्रेणी में रहेगा। रविवार तक राहत मिलने के आसार नहीं हैं। ऐसे में तत्काल प्रभाव से ग्रेप के पहले चरण को लागू किया है। बैठक में निर्माण और विध्वंस (सीएंडडी) गतिविधियों में धूल शमन उपायों और सीएंडडी कचरे के ठोस पर्यावरण प्रबंधन पर दिशा-निर्देशों का उचित कार्यान्वयन सुनिश्चित करने को कहा है।
Post View : 87537