बॉम्बे लीक्स ,दिल्ली
दिल्ली समेत देश भर में पार्टी को मजबूत करने में जुटी कांग्रेस आपस में ही उलझती नजर आ रही है।अब खबर आ रही है कि दिल्ली कांग्रेस की नेता अलका लांबा पर पार्टी कार्यवाही करने जा रही है।आरोप है कि अलका लांबा ने पार्टी की गुप्त मीटिंग को सार्वजनिक कर दिया है।जिसके बाद दिल्ली कांग्रेस के नेता एक मत नही बताए जा रहे है।पार्टी सूत्रों से खबर है कि अलका के इस गैर जिम्मेदाराना बयान को लेकर पार्टी आलाकमान अब उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
गौरतलब है कि दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व की एक अहम बैठक हुई।इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल समेत अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे।बैठक के बाद कांग्रेस नेता अनिल चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी संगठन को मजबूत करके एकजुट होकर लड़ेगी। हमने आम आदमी पार्टी की या गठबंधन की कोई चर्चा नहीं की।हमने पोल खोल यात्रा से लेकर हर एक कोशिश की है कि अरविंद केजरीवाल सरकार की नीतियों को एक्सपोज करें। शराब घोटाले से लेकर तमाम कार्रवाई हम लोगों की शिकायतों पर हुई है। 2024 में हम चुनाव जीतेंगे और 2025 में अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सीएम नहीं होंगे, हमारी यह पूरी कोशिश रहेगी।वही दिल्ली कांग्रेस की बैठक के बाद जब दिल्ली कांग्रेस के नेता बाहर आए तो उन्होंने साफ लफ्जों में कह दिया कि कांग्रेस दिल्ली की सातों सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है और बैठक में आम आदमी पार्टी से गठबंधन की कोई बात नहीं हुई है। उधर, जब कांग्रेस नेताओं के ऐसे बयान आए तो आम आदमी पार्टी की ओर से भी कह दिया गया है कि अगर ऐसी बात है तो फिर मुंबई में होने वाली महागठबंधन की बैठक में जाने का कोई मतलब नहीं है।सवाल ये है कि अब आम आदमी पार्टी क्या करेगी। कांग्रेस को मात देकर जो पार्टी अस्तित्व में आई।कांग्रेस के दो मजबूत गढ़ दिल्ली और पंजाब को छीन लिया उस पार्टी के साथ कांग्रेस कैसे सामजस्य बैठाएगी।बता दें कि कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि तीन घंटे तक चली बैठक में राहुल गांधी, खड़गे जी, केसी वेणुगोपाल और दीपक बाबरिया जी मौजूद थे। हमें आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी करने के लिए कहा गया है।यह निर्णय लिया गया है कि हम सभी 7 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।सात महीने बचे हैं और सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को सभी सात सीटों के लिए तैयारी करने के लिए कहा गया है।अलका के बयान के बाद दिल्ली में सियासी घमासान मच गया। आम आदमी पार्टी ने भी तत्काल प्रतिक्रिया में कह दिया कि जब अकेले चुनाव लड़ने की बात है तो फिर विपक्षी गठबंधन इंडिया का क्या मतलब।सहयोगी दलों का प्रतिक्रियाएं आने के बाद कांग्रेस के नेता सकते में आ गए। इसकी वजह है कि कांग्रेस की बैठक में जो बातें हुई थी, वो पार्टी का आंतरिक मामला था, जिसे अलका लांबा द्वारा पब्लिक डोमेन में लाने की वजह से पार्टी की किरकिरी हुई। यही वजह है कि अब अलका लांबा के खिलाफ पार्टी की ओर से कार्रवाई करने के संकेत मिले हैं।हालांकि, कांग्रेस की ओर से किसी नेता ने अभी आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
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