बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
चक्रवाती तूफान से पहले मुंबई के समुद्र में ऊंची लहरे देखने को मिल रही है। मुंबई के जुहू चौपाटी ,गेटवे आफ इंडिया ,मरीन लाईन के बीच पर ऊंची ऊंची लहरों का विक्राल रूप देखने को मिल रहा है।वहीं मुंबई में हल्की बरसात के साथ तेज हवाएं भी रोज़ से चल रही हैं।ऐसे में मुंबई एमसी द्वारा समुद्री तट पट टाटिया लाइफ गार्ड की संख्या बढ़ाई गई है।
गौरतलब है कि अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ ने भारत के तटीय इलाकों पर असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसके कारण महाराष्ट्र के मुंबई समेत कई शहरों में बारिश हुई और 55 किमी./घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं शुरू हो गई हैं। गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के तटों पर भी तेज हवाएं चल रही हैं। जाम नगर और मुंबई में हाई टाइड आ रहे हैं। तूफान के चलते चार दिनों तक तेज हवाएं चलेंगी। जैसे-जैसे तूफान करीब आएगा, हवाओं की रफ्तार बढ़ती जाएगी। इसके चलते पेड़ों के टूटने और बिजली और फोन लाइनों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।मुंबई के क्षेत्रीय मेट्रोलॉजिकल विभाग ने चक्रवात बिपारजॉय के “अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान” के मद्देनजर बारिश की चेतावनी जारी की है।मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 3-4 घंटों में महाराष्ट्र की राजधानी में गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।मौसम विभाग ने उल्लेख किया है कि रत्नागिरी, रायगढ़, ठाणे, पालघर में अगले कुछ घंटों में मध्यम बारिश होगी।आईएमडी ने नोट किया है कि इन इलाकों में 3-4 घंटे तक 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी।बता दें कि चक्रवात तूफान के चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में आंधी-बारिश का दौर जारी है, जिसमें पांच लोगों की मौत की खबर है। उधर, अमित शाह ने आज दिल्ली में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्रियों के साथ बैठक की।उन्होंने बिपरजॉय तूफान से निपटने को आपदा प्रबंधन के लिए 8000 करोड़ रुपए की 3 बड़ी स्कीमों की घोषणा की। इसमें फायर ब्रिगेड का आधुनीकरण, बाढ़ नियंत्रण और लैंडस्लाइड की घटनाओं पर रोकधाम शामिल हैं। इसके बाद गुजरात सरकार ने कच्छ-सौराष्ट्र में समुद्र तट से 10 किलोमीटर की सीमा में 7 जिलों से 20 हजार लोगों को निकालकर शेल्टर होम में भेज दिया।मौसम विभाग के मंगलवार सुबह 9 बजे के अपडेट के मुताबिक, तूफान 8 किमी/घंटे की रफ्तार से नॉर्थ-वेस्ट में आगे बढ़ रहा है। तूफान मंगलवार सुबह 5:30 बजे पोरबंदर से 300 किमी, द्वारका से 290 किमी, जखौ पोर्ट से 340 किमी, नालिया से 350 किमी दूर था। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात के 14 जून की सुबह तक उत्तर की ओर बढ़ने का अनुमान है, जिसके बाद ये मुड़कर नॉर्थ-नॉर्थ ईस्ट दिशा में आगे बढ़ेगा।
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