बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
अपने बयानों के कारण अक्सर विवादों में रहने वाले तेलंगाना से भारतीय जनता पार्टी के निलंबित विधायक टी राजा सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं।आरोप है कि भाजपा नेता टी राजा सिंह ने 29, जनवरी, 2023 को मुंबई में सकल हिंदू समाज द्वारा आयोजित सभा में भड़काऊ भाषण दिया था।जिसके बाद दर्ज शिकायत के आधार पर मुंबई की दादर पुलिस ने टी राजा के खिलाफ 27 मार्च को आईपीसी की धारा 153 A 1 (A) के तहत मामला दर्ज किया है।
दरअसल, उनके खिलाफ महाराष्ट्र में मामला दर्ज किया गया है। दादर पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टी राजा सिंह के खिलाफ 29 जनवरी को मुंबई में एक रैली में कथित तौर पर नफरत फैलाने वाला भाषण देने के आरोप में कार्रवाई की गई है। बता दें कि 29 जनवरी को दादर में विशाल हिंदू जन आक्रोश मोर्चा निकला था, जो बाद में सभा में तब्दील हो गया था। मोर्चे में लव जिहाद और लैंड जिहाद को मुद्दा बनाते हुए घोषणा और नारेबाजी की गई थी।इस सभा में वक्ता के तौर पर टी राजा सिंह को आमंत्रित किया गया था।बता दें कि भाजपा के विवादित नेता टी राजा को लेकर यह पहला मौका नहीं है जब उनकी ओर से भड़काऊ भाषण दिया गया हो।हाल ही में उनके नफरती भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ था।जिसमें वह मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देते दिख रहे थे।सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले की रहाता तहसील में एक जनसभा में सिंह के भाषण का था।इस दौरान सिंह ने कहा था कि “जो कोई भी हिंदुओं के खिलाफ बोलेगा, हम उसे नहीं बख्शेंगे।मुस्लिमों द्वारा नमाज अदा करने के संदर्भ में उन्होंने कहा था, “हमारे हिंदू राष्ट्र में आपको नमाज अदा करने के लिए लाउडस्पीकर भी नहीं मिलेगा।जो आप दिन में पांच बार करते।टी राजा सिंह ने कहा था कि 2026 तक भारत को “अखंड हिंदू राष्ट्र” घोषित कर दिया जाएगा।टी राजा के खिलाफ मुंबई में दर्ज शिकायत में बताया गया है कि 27 मार्च को आईपीसी की धारा 153-ए (1)(ए) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसमें कहा गया है कि रैली में दिया गया राजा सिंह का बयान दो समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करवा सकता है और धार्मिक सद्भाव को नुकसान पहुंचा सकता है।एफआईआर के मुताबिक पुलिस को जनवरी 2023 में सकल हिंदू समाज से एक एप्लीकेशन मिली थी।इसमें 29 जनवरी को एक सामाजिक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति मांगी गई थी। इसमें शिवाजी पार्क से दादर स्थित महाराष्ट्र राज्य श्रम कल्याण बोर्ड तक एक मार्च निकालने की बात भी कही गई थी। इस मार्च का मकसद महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ एक सख्त कानून की मांग करना था।FIR में आगे कहा गया है कि पुलिस ने अनुमति दी थी जिसके बाद मार्च और रैली आयोजित हुई।
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