शाहिद अंसारी
मुंबई : साबरा की सल्तनत में महाडा के 55 रूम हैं और जिनकी मौजूदा कीमत 55 करोड़ के आस पास है। दरअसल मुंबई के भेंडी बाज़ार के टनटनपुरा इलाके में साबरा की बिल्डिंग साबरा मंजिल में 18 घर थे जिसके बाद साबरा ने इस बिल्डिंग को ध्वस्त कर माहाडा से ट्रांज़िट कैंप के तौर पर साइन इलाके में इसके बदले में महाडा के 18 रूम लिए। हैरान कर देने वाली यह है कि जब हमने इन बिल्डिंगों की पड़ताल की तो पता चला कि इसमें एक भी रूम किसी रहिवासी को नहीं बल्कि यह सब रूम किराए पर दिए गए हैं। और किराए पर दिए जाने वाले 18 नहीं बल्कि 55 रूम हैं।
जानकारी में पता चला कि एक रूम का किराया एक महीने का तकरीबन 10000 से 13000 रूपए वसूला जाता है और इस तरह से 55 रूम के बदले में तकरीबन 10 लाख रूपए का किराया वसूल किया जाता है। यह किराया साबरा के पती असलम सिकवानी की जेब में जाता है यह बिल्डिंग साइन इलाक में है।
महाडा के नियम और कानून के मुताबिक अगर किसी भी बिल्डर को या बिल्डिंग के मालिक को इस तरह के ट्रांज़िट रूम अगर किसी को दिए जाते हैं तो यह उन रहिवासियों के लिए होता है जिनके घर डेव्लपमेंट किए जाते हैं और उसके बदले में उन्हें वहां रहने का बंदोबस्त किया जाता है।
साबरा मंजिल में जहां 18 घर थे उन सारे घरों को साबरा ने औने पौने भाव में खरीद लिया था। जिन लोगों ने नहीं बेचा उन्हें डरवा धमका कर साम दाम दंड भेद फंडा आज़माते हुए उनसे घर लिए गए। जब सारे 18 घरों पर साबरा का कबज़ा था तो महाडा के ज़रिए वहां ट्रांज़िट रूम देने का सवाल ही नहीं उठता। लेकिन महाडा के अधिकारियों की मिलीभगत से साबरा सिकवानी ने ना केवल 18 बल्कि 55 रूम हड़प कर उसे किराए पर दे दिया और महाडा इसके लिए मुखदर्शक बनी हुई है।
हमने इस बारे में महाडा के अधिकारी सुमंत भांगे से बात की जिसके बाद उन्होंने कहा कि वह इस पूरे मामले की जांच करेंगे और किराएदारों के साथ साथ साबरा मंज़िल के मालिक के खिलाफ़ कार्रवाई करेंगे जिन्होंने महाडा के घरों को ट्रांज़िट तौर पर लिया और उसके किराए पर दे दिया।
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