शाहिद अंसारी
मुंबई: मुंबई में पांच सब से खतरनाक फ्लाईओवर जिसके नीचे अवैध पार्किंग का गोरख धंधा चल रहा है जिसे प्रशासन बंद करवाने में नाकाम साबित हुआ यह बात हम नहीं बलकि मुंबई हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद MSRDC ने कोर्ट में इन पांच फ्लाईओवर का नाम ले कर यह कहा है कि इसके नीचे पार्किंग अवैध तो है लेकिन इसे बंद नहीं करवाया जा सकता क्योंकि यह मुंबई के सब से खतरनाक फ्लाईओवर हैं।याचिकाकर्ता शौकत अली बेडगिरी के ज़रिए मुंबई हाई कोर्ट में एक याचिका फाइल की थी जिसमें मुंबई में MSRDC के अंतर्गत आने वाले 21 फ्लाईओवर के नीचे की अवैध पार्किंग को लेकर मुंबई हाई कोर्ट के जस्टिस ओक ने 8 फरवरी 2016 को तीन महीने का समय देते हुए MSRDC को यह आदेश जारी किया था कि उनके अतंर्गत आने वाले 21 फ्लाईओवर की अवैध पार्किंग को बंद कर के फ्लाईओवर के पास सुरक्षा के पुख्ता इंतेज़ाम करें।कोर्ट के आदेस के बाद इन पांच खतरनाक फ्लाईओवर के नाम MSRDC ने कोर्ट में पेश किया।
कोर्ट के इस आदेश का उल्लघन देख शौकत बेडगिरी ने फिर से MSRDC को कोर्ट की अवमानना करने का नोटिस भेजा जिस के बाद उन्होंने शौकत अली को जवाब देते हुए बताया कि उन्होंने अपने अतंर्गत आने वाले 21 फ्लाईओवर में सें 16 के नीचे पार्किंग और गार कानूनी काम बंद करवा कर वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतेजामात किए हैं लेकिन पांच ऐसे फ्लाईओवर हैं जहां पार्किंग माफिया सक्रीय हैं और वह बहुत ही खरतनाक जगहें हैं इनमें कलीना फ्लाइ,वाकोला फ्लाईओवर,कुर्ला सीएसटी फ्लाईओवर,बीएआरसी फ्लाईओवर,फरग्युसन फ्लाईओवर, एलिफिस्टन फ्लाइओवर शामिल हैं।कोर्ट के सामने अपने जवाब में MSRDC के चीफ इंजीनियर दिलीप सालुंखे ने जवाब दिया।इसी तरह के जवाब के साथ MSRDC के अधिकारी अशोक पाल ने यह हलफ़नामा जमां किया है।अपने जवाब में उन्होंने कहा कि उन्होंने स्थानी पुलिस थाने से मदद भी मांगी लेकिन उन्हें किसी तरह की कोई सहायता नहीं मिली जिसकी वजह से यह पांच फ्लाईओवर के नीचे की पार्किंग को वह बंद करवाने में सक्षम नहीं है इन पांच में मुंबई के सब से संवेदनशील बीएआरसी फ्लाईओवर भी शामिल है।जाहिर सी बात है कि बिना पुलिस की शह मिले इस तरह के गोरख धंधे फल फूल नहीं सकते और अगर पुलिस इसे बंद करवाने मे नाकाम है तो कल के इन जगहों पर किसी तरह की कोई घटना घटती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।
दर असल 27 जून 2008 को मंत्रालय मे तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख ने सेक्रेटरी हाउसिंग,सेक्रेटरी टाउन डेवल्पमेंट डिमार्मेंट,मनेजिंग डायरेक्टर सिडको,कमिश्नर बीएमसी, कमिश्नर नवी मुंबई,सीइओ MSRDC , डायरेक्टर टाउन प्लानिंग,डिप्टर डायरेक्टर टाउन प्लानिंग की मौजूदगी रही।इस मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया था कि अगर कहीं तोड़फोड़ या दंगे हो रहे हों तो फ्लाईओवर के नीचे मौजूद गाडियों मे आग लगा कर माहौल खराब कर और भड़काया जा सकता है और साथ में लॉ ऐंड ऑर्डर भी बिगड़ सकता है और इस पर MSRDC को तुरंत कार्रवाई का आदेश जारी किया गया।28 जुलाई 2008 को सरकार ने MSRDC से इस बारे में क्या कार्रवाई की गई उसकी तफ्सील मांगी थी।जिसके बाद पार्किंग के ठेकेदार सटपटा गए और कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया लेकिन हाईकोर्ट मे उनकी याचिका खारिज कर दी।याचिका खारिज होने के बाद भी MSRDC के सर पर जूं तक नहीं रेंग रही थी और पार्किंग का गोरख धंधा फल फूल रहा है।
चौंका देने वाली बात यह है कि भाभा अटॉमिक रिसर्च सेंटर के निकट मौजूद फ्लाईओवर के नीचे की पार्किंग भी अबतक बंद नहीं हो सकी।फिलहाल यह मामला मुंबई हाईकोर्ट में आखिरी स्टेज पर सुनवाई जारी है और अब लोगों की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं कि 5 खतरनाक फ्लाईओवर को लेकर कोर्ट का क्या रुख होता है जिसकी सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने हाथ खड़े कर लिए।
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