बॉम्बे लीक्स ,महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में पिछले कई महीनों से चल रहे राजनीतिक घमासान का अंत जल्द हो सकता है।शिवसेना के 16 बागी विधायकों के निलंबन पर फैसला सुप्रीम कोर्ट कल गुरुवार (11 मई) को सुनाने जा रहा है।बता दें कि पिछले साल जून 2022 में एकनाथ शिंदे और उनके गुट के विधायकों ने शिवसेना से बगावत कर ली थी।जिसके बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार गिर गई थी।ऐसे में उद्धव गुट द्वारा पार्टी के 15 विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही थी।जिसका फैसला अदालत ने सुरक्षित रख लिया था।
गौरतलब है कि पिछले साल जून के महीने में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के साथ बगावत की थी। उस समय उनके साथ पार्टी के अन्य 15 विधायक भी पार्टी छोड़ कर एकनाथ शिंदे के साथ हो लिए थे। एकनाथ शिंदे बगावत के बाद पहले सूरत फिर गुवाहाटी में समर्थक विधायकों के साथ रुके हुए थे। उस समय उद्धव ठाकरे के एकनाथ को वापस आने के लिए और बैठकर बातचीत के लिए भी प्रस्ताव दिया था। हालांकि, इस प्रस्ताव को शिंदे ने उचित प्रतिसाद नहीं मिला था। बाद में तत्कालीन विधानसभा के स्पीकर (डिप्टी स्पीकर) ने एकनाथ शिंदे समेत उनके समर्थक विधायकों को विधानसभा में आने के लिए कहा था। हालांकि, एकनाथ शिंदे ने पार्टी व्हिप का पालन नहीं किया। यह आरोप उनपर लगाया गया।बाद में उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से इस्तीफ़ा दे दिया। जिसके बाद 30 जून में राज्य में शिंदे- फडणवीस सरकार की स्थापना हुई। इसके बाद उद्धव ठाकरे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में एकनाथ शिंदे और उनके 15 विधायकों को अयोग्य करार देने के लिए याचिका दायर की थी। कल इसी पर फैसला आना है।वहीं बागी विधायकों के खिलाफ उद्धव ठाकरे गुट द्वारा विधानसभा उपाध्यक्ष के पास से विधायक को अयोग्य करार देने की याचिका दायर करने के पश्चात जवाब में एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में उपाध्यक्ष के फैसले के खिलाफ याचिका दायर कर रोक लगाने की मांग की थी। एकनाथ शिंदे गुट का कहना था कि उपाध्यक्ष पर पहले ही कुछ विधायकों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है ऐसे में वे विधायकों के निलंबन पर फैसला नहीं ले सकते।सुप्रीम कोर्ट में करीब 9 महीने तक चली लंबी सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा हुआ है।शिवसेना के 16 अयोग्य विधायकों में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अलावा अन्य मंत्रियों में छत्रपति संभाजीनगर में सिल्लोड क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले कैबिनेट सदस्य कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार, धाराशिव के भूम-परंडा से विधायक जनस्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत, संभाजीनगर के भुमारे पैठण से विधायक बागवानी मंत्री संदीपन छत्रपति शामिल हैं।अन्य विधायकों में सतारा के कोरेगांव से महेश शिंदे, मुंबई उपनगर के मगथाने से प्रकाश सुर्वे, ठाणे के अंबरनाथ से बालाजी किनिकर, सांगली के खानपुर से अनिल बाबर, बुलढाणा में महेकर (एससी) से संजय रायमुलकर, छत्रपति संभाजीनगर के वैजापुर से रमेश बोनारे, नांदेड़ उत्तर के नांदेड़ से बालाजी कल्याणकर, छत्रपति संभाजीनगर पश्चिम के छत्रपति संभाजीनगर से संजय शिरसाट, मुंबई शहर के बायकुला से यामिनी जाधव, जलगांव में चिमनराव पाटिल एरंडोल, रायगढ़ के महाड़ से भरत गोगावाले और जलगांव में चोपडा (एसटी) से लताबाई सोनवणे शामिल हैं।
Post View : 58473