मुंबई : हाल ही में आपने देखा कि किस तरह से बिस्मिलाह स्पेस नाम की इस इमारत में 4 लोगों की जिंदगी भेंट चढ़ गई अपने अब तक देखा की किस तरह से यहां नियम और कानून की धज्जियां उड़ाई गई हैं और यही लापरवाही इन गरीब मजदूरों की मौत का सबब बनी ।
अब आप देखिए कि किस तरह से इस टैंक में जब मौत ने इन चारों को अपनी आगोश में ले लिया तो कैसा रहा होगा यहां का मंजर चश्मदीद कहते हैं लंबे समय तक उन्हें कोई मेडिकल सुविधा ही नहीं मिली शायद उन्हें समय से मेडिकल की सुविधा मिलती तो हो सकता है कि यह बचाए जा सकते थे। उस से ही अहम यह कि यहां बीएमसी और मजदूरों की सेफ्टी के लिए बनाए गए नियमों का जमकर उल्लंघन किया गया जिसको वजह से यह इस मौत के टैंक में समा गए ।
https://youtu.be/9ia6eAWOreU?si=-gY7hlSwBOWWNUpY
यह वीडियो देखिए आप अंदाजा लगाइए को किसी तरह से करोड़ों अरबों के फ्लैट बेच कर सफेदपोश बिल्डर अपनी जेबें तो भर लेते हैं लेकिन वह मजदूर जो अपना खून पसीना लगा कर मेहनत कर के इस इमारत को खड़ा करता है उसके सुरक्षा की न तो कोई बात हो रही है और न ही उसकी सुरक्षा के लिए कोई कदम उठाए गए
पहले मज़दूरों को लगा कि करेंट लग गया बाहर से मजदूर आवाज दे रहे लेकिन अंदर घुसने वाले मौत के मुंह में चले गए तो कौन सुनेगा यहां न कोई जिम्मेदार न कोई जवाबदार मोबाइल की रोशनी में निहत्थे मजदूर बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे थे लेकिन किसी की कोई कोशिश काम नहीं आई वजह थी कि यहां नियम कानून का पालन नहीं किया गया अगर नियम का पालन किया गया होता तो इतनी आसानी से यह सब मौत के मुंह में नहीं जाते।
अब जाहिर सी बात है कि मजदूर हैं तो इनकी मौत की कोई कीमत और कोई अहमियत नहीं है इसी लिए इनके लिए बोलने वाला कोई नहीं है पश्चिम बंगाल से मुंबई आने वाले यह मजदूर न इनका कोई लीडर है न कोई यूनियन है इसी लिए बिल्डर इस कानूनी दांव पेच से अपने आपको अलग कर के अपने बदले में पुलिस वालों को अपने आदमियों को दे देते हैं ताकि वह उन्हें आरोपी बना कर खानापूरी कर लें।
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