बॉम्बे लीक्स, नई दिल्ली
दिल्ली : दुनियां भर में इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने की 12 तारीख को ईद मिलादुन्नबी का त्यौहार आज धूमधाम के साथ मनाया गया। मिलादुन्नबी के इस मौके पर देशभर में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया।देश भर में निकाले गये जुलूस में शामिल लोग अपने हाथों में इस्लामी झंडे लेकर और पैगंबर;ए-इस्लाम की शान में नात(कविता) पढ़ते चल रहे थे।
सड़को पर निकाले गये जुलूस में या रसूल अल्लाह के नारे लगाए जा रहे थे। जैसे-जैसे जुलूस आगे बढ़ता गया उसमें शामिल होने वालों की संख्या में भी वृद्धि होती गई। जारी रिपोर्ट के मुताबिक देश भर में जुलूस ए मोहम्मदी अपने परंपरागत रास्तों से होकर गुज़रा,सड़को पर लोगो का हुजूम देखा गया तो पुलिस सुरक्षा के भी खासा बंदोबस्त किये गए थे।
ईद ए मिलादुन्नबी ( बारावफात) का यह जुलूस देश में भाईचारा और कौमी एकता की उस समय मिसाल नजर आया जब हिंदू समुदाय के अलावा विभिन्न धर्मों के लोग भी इसमें शामिल हुए। सभी ने पैगम्बर हजरत मोहम्मद की शिक्षाओं में परस्पर प्रेम, भाईचारा व गरीबों की मदद का प्रमुखता से संदेश देते हुए दुनियाभर में शांति और मोहब्बत का संदेश दिया तथा परस्पर भाईचारे व एकता की बात कहकर सकारात्मक संदेश दिया। जुलूस में पहली बार डीजे का प्रयोग नहीं किया गया। अलबत्ता सड़कों पर जगह जगह विशालकाय डीजे लगाकर खुशी का इजहार किया गया। जुलूस को संचालित करने के लिए 500 वॉलिंटियर्स को भी मुस्लिम समुदाय से नियुक्त किया गया।
राजधानी दिल्ली में पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन ईद मिलादुन्नबी पूरी अकीदत और एहतराम के साथ रविवार को मनाया गया। दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाकों में जलसे और जुलूस के आयोजन हुए। बारिश होने के बावजूद जुलूस में बड़ी संख्या में लोगों ने पूरे जोश-खरोश के साथ भाग लिया। साथ ही फल, मिठाइयां और खाने-पीने की वस्तुएं बांटी गईं।इस मौके पर मरकजी ईद मिलाद-उन-नबी कमेटी की तरफ से बाड़ा हिंदू राव मस्जिद शेरखान के पास बड़े धार्मिक जलसे का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी तादाद में धार्मिक उलेमा, बुद्धिजीवियों और अन्य धर्म के धर्म गुरुओं ने बड़ी तादाद में भाग लिया। जलसे में कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी भाग लिया जिनमें प्रमुख रूप से भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री साबिर अली, पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टाइटलर, दिल्ली सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन, भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता मौजूद रहे।
बात जब बारावफात की है तो ख्वाजा की धरती राजस्थान भला पीछे क्यों रहती। राजस्थान में भी ख्वाजा की नगरी अजमेर में आज पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर मुस्लिम समाज ने ईद मिलादुन्नबी का भव्य जुलूस निकाला गया।बारावफात के मौके पर उक्त पारंपरिक जुलूस जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी के मौके पर सूफी इंटरनेशनल संस्था की ओर से अंदरकोट स्थित ढाई दिन के झोपड़े से शुरू हुआ और ख्वाजा साहब की दरगाह के मुख्य निजामगेट पहुंचा तो खादिमों की संस्थाओं अंजुमन सैय्यद जादगान एवं औ अंजुमन सैयद शेखजादगान की ओर से जुलूस पर फूलों की बरसात की गई तथा जुलूस में शामिल प्रमुख लोगों का साफा बांधकर इस्तकबाल किया गया।
मुंबई में भी कोरोना महामारी के बाद दो सालों के अंतराल में बारावफात का जुलूस निकाला गया।मुंबई की सड़कें जुलूस में मौजूद लोगों की भीड़ से उमड़ी दिखाई दी।जगह जगह मुस्लिम समुदाय के लिए भाईचारे का संदेश मुंबई में देखने को मिला।मुंबई के भिंडी बाज़ार,अंधेरी, कोलाबा ,कुर्ला ,मीरा रोड ,दादर, भायखला, कल्याण ,बोरीवली, जैसे इलाको में मुस्लिम समुदाय के लोगो ने जुलूस में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।मुंबई जोकि भाईचारे की नगरी कही जाती है।यहां पर भी सभी समुदाय के लोगो ने जुलूसे मोहम्मदी में भागीदारी सुनिश्चित की।जगह जगह सड़को पर यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस मौजूद रही।सबीलो का खासा इंतज़ाम देखने को मिला।जुलूस में मौजूद अंजुमन के लोगो ने मिलकर साथ में जुलूस को कामयाब बनाया।खास बात यह रही कि मुंबई में इस बार जुलूस में डीजे का इस्तेमाल नही किया गया।लाउडस्पीकर को तय ध्वनि के मानप अनुसार इस्तेमाल किया गया।
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