बॉम्बे लीक्स, राजस्थान
राजस्थान की कांग्रेस इकाई में अंतर्कलह समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रही है। हाल ही में कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से मुलाकात की थी, लेकिन यह बातचीत बेनतीजा रही, क्योंकि सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ एक बार फिर से आवाज बुलंद की।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच कांग्रेस शेष नेतृत्व के दखल के बाद हुए गुप्त झौते के बाद आखिरकार सचिन पायलट ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है। सचिन पायलट ने कहा मैंने जो जान साथियों से पब्लिक डोमेन में जो कमिटमेंट किया वो हवाई बातें नहीं है।पायलट ने कहा नौजवानों को न्याय दिलाना और वसुंधरा सरकार में हुए करप्शन पर जांच बैठना अति अनिवार्य है और इस पर कोई कंप्रोमाइज नहीं है।पायलट ने कहा कि मैंने दो दिन पहले दिल्ली में पार्टी नेतृत्व के समक्ष अपनी इन बातों को रख दिया है।इन पर कार्रवाई राज्य सरकार को करना है और मैं इंतजार कर रहा हूं।मीडिया से बातचीत में पायलट ने अपनी चुप्पी भी तोड़ी। दिल्ली में राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में हुई बैठक के बाद सचिन पायलट ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और नौजवानों के भविष्य पर कोई किसी प्रकार का समझौता मैं करूं या संभव नहीं है।बता दें कि एक तरफ पार्टी दावा कर रही है कि दोनों नेताओं के बीच सुलह हो गई है, लेकिन वास्तविकता इससे काफी अलग दिखाई दे रही है। कांग्रेस के कद्दावर नेता सचिन पायलट ने गहलोत सरकार को दिए गए 15 दिनों के अल्टीमेटम को लेकर कहा कि सरकार को भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।पायलट के मुताबिक भाजपा शासन के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर कार्रवाई करनी पड़ेगी, जबकि नौजवानों के मुद्दों पर किसी भी प्रकार का समझौता करना मुमकिन नहीं है। कहा कि 15 मई को इस मामले को मैंने उठाया था, परसो दिल्ली में मेरी बात हुई थी। राज्य सरकार का दायित्व है कि वो कार्रवाई करे। देखिये, कल क्या होता है।इसी बीच सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में भाजपा का नेतृत्व सक्षम नहीं है… पिछले साढ़े 4 साल में भाजपा ने सदन में और सदन के बाहर ये प्रमाण नहीं दिया कि वो मजबूत विपक्ष है। उनके पास विधायकों की संख्या ठीक है फिर भी वो सभी मुद्दों पर विफल रहे हैं। जनता भाजपा से उम्मीद खो चुकी है।दरअसल पार्टी आलाकमान के मध्य हुई गहलोत पायलट की बातचीत के बाद सीएम गहलोत ने कहा था कि जो धैर्य रखता है उसको कभी न कभी मौका जरूर मिलता है। उन्होंने कहा था कि मैं सभी को कहता हूं की धैर्य रखो पार्टी आपको जरूर मौका देगी। पायलट का बिना नाम लिए मु्ख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि पार्टी ने उन्हें पहले भी मौके दिए हैं और आगे भी देगी।हालांकि देखा जाए तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिना सचिन पायलट का नाम लिए उन्हें धैर्य रखने की नसीहत दे डाली थी। साथ ही ये भी बता दिया कि पहले सचिन पायलट को पार्टी ने पीसीसी चीफ और डिप्टी सीएम का पद दिया था।ईसके अलावा सीएम ने उन्हें पार्टी से वफादारी की सीख दी थी।हालांकि उन्होंने इस पूरी बातचीत में कहीं पर भी सचिन पायलट का नाम नहीं लिया था।
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