बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
कांग्रेस इन दिनों भारी संकट के बीच असमंजस की स्थिति में में है।एक तरफ कांग्रेस राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने का गम भुला नही पा रही तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र में सावरकर मुद्दे को लेकर उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना लगातार राहुल गांधी को चेतावनी देती आ रही है।ऐसे में कांग्रेस के लिए असमंजस की स्थिति यह थी कि वो सावरकर मुद्दे पर या तो खामोश रहे या फिर शिवसेना से दूरी बना ले।ऐसे में शिवसेना और कांग्रेस के बीच बन रही दूरी को लेकर शरद पवार इस मुद्दे पर राहुल को समझाने पर कामयाब हो गए है।देखा जाए तो स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद से ही विवाद छिड़ा हुआ था। इस बयान के बाद से महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी में भी आपसी विवाद शुरू हो गया था।हालांकि अब इस विवाद को सुलझाने के लिए अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने मध्यस्थता की ओर कदम रखा है और राहुल गांधी को चुप्पी की सलाह दी है।राहुल के बयान के बाद से ही महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी में दरार देखने को मिलने लगी थी। गठबंधन में दरार आ गई है। इस बयान को लेकर उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने सबसे ज्यादा नाराजगी जाहिर की थी।कांग्रेस और उद्धव गुट के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने राहुल गांधी से मुलाकात कर चर्चा की।इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि इस मुद्दे पर दोनों पार्टियों के विचार अलग-अलग हैं, लेकिन उन्हें लोकतंत्र को लेकर सामने आ रही चुनौतियों पर ध्यान देना चाहिए।देखा जाए तो सावरकर पर लगातार निशाना साधने पर शिवसेना ने कांग्रेस से दूरियां बनाना शुरू कर दिया था।लगातार सावरकर पर राहुल की टिप्पणी को देखते हुए शिवसेना ने कांग्रेस की बैठक से दूरी बना ली थी।जोकि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा बुलाई गई बैठक थी। इसमें शिवसेना के ठाकरे गुट ने भाग भी नहीं लिया था।बढ़ती दरार के बीच, NCP नेता शरद पवार ने शांतिदूत के रूप में कदम रखा है। सूत्रों के मुताबिक सोमवार को विपक्ष की बैठक के दौरान शरद पवार ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी को नसीहत दी थी कि ऐसे बयानों से राहुल को बचना चाहिए।वही बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने शिवसेना नेता संजय राउत के साथ हुई बातचीत पर उन्हें आश्वासन दिया है कि सावरकर मुद्दे को वे ज्यादा तूल नहीं देंगे।खबर है कि राहुल गांधी ने आगे कहा कि आपकी अपनी राय है, हमारी अपनी राय है।यह विचारधारा की बात है और मैं इसका सम्मान करता हूं। लेकिन लोकतंत्र के खतरे का सामना करने के लिए आज विपक्ष को एकजुट होने की जरूरत है और हम एकजुट हैं।राहुल ने संजय राउत को आश्वासन दे दिया है कि वह सावरकर के मुद्दों पर अब बोलने से बचेंगे।बता दें कि लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी ने शनिवार को कहा था, ‘मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते।राहुल की इस टिप्पणी पर शिवसेना (UBT) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह हिंदुत्व के विचारक वीर सावरकर को अपना आदर्श मानते हैं, और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सावरकर का अपमान नहीं करना चाहिए।
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