बॉम्बे लीक्स ,उत्तर प्रदेश
अतीक अहमद उमेश पाल अपहरण कांड में उम्रकैद की सजा सुनाई है। अतीक के साथ दोषी करार दिए गए दिनेश पासी और सौलत हनीफ को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। हालांकि, अतीक के भाई अशरफ समेत सात जीवित आरोपी मंगलवार को दोष मुक्त करार दिए गए हैं। माफिया अतीक पर आज से 44 साल पहले पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। तब से अब तक उसके ऊपर सौ से अधिक मामले दर्ज हुए। लेकिन पहली बार किसी मुकदमे में उसे दोषी ठहराया गया है।बतक़ दें कि साल 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में मुख्य अभियुक्त माफिया अतीक अहमद समेत 3 अभियुक्तों को एमपी-एमएलए कोर्ट के जज डॉ दिनेश चंद्र शुक्ल ने दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। जबकि 7 आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया है। उमेश पाल की 24 फरवरी को पहले प्रयागराज में हत्या हो गई थी। उमेश पाल के परिवार ने कोर्ट से माफिया अतीक के खिलाफ मृत्युदंड की मांग की है।अतीक को यह सजा आज से 17 साल पहले हुए मामले में सुनाई गई।17 साल पुराने उमेश पाल अपहरण केस में यह सजा सुनाई गई है। सजा सुनाए जाने के बाद पुलिस अतीक को लेकर 3.30 बजे नैनी जेल पहुंची, लेकिन वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह ने अतीक को जेल में लेने से मना कर दिया था। उनके मुताबिक माफिया अतीक अहमद नैनी जेल में लेने का अभी कोई आदेश नहीं मिला है।जानकारी के मुताबिक यूपी के आपराधिक पुलिस रिकॉर्ड में अतीक गैंग पर 101 मुकदमे दर्ज हैं। यह पहला मामला है, जिसमें अतीक को दोषी ठहराया गया और सजा मिली है। जज दिनेश चंद्र शुक्ल ने अतीक के अलावा खान सौलत हनीफ और दिनेश पासी को भी उम्रकैद की सजा सुनाई है। तीनों पर एक-एक लाख का जुर्माना भी लगाया गया है। यह रुपए उमेश के परिवार को दिए जाएंगे।इस अपहरण मामले में अशरफ उर्फ खालिद अजीम समेत फरहान, जावेद उर्फ बज्जू, आबिद, इसरार, आशिक उर्फ मल्ली, एजाज अख्तर को बरी कर दिया गया है। सजा सुनाने के बाद दोपहर 3.30 बजे अतीक और अशरफ को वापस नैनी जेल ले जाया गया। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने अतीक-अशरफ से सवाल किए, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। अशरफ को बरेली के लिए रवाना कर दिया गया है।वहीं अतीक के वकील दया शंकर मिश्रा ने कहा कि हम फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे।फिलहाल माफिया अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस का काफिला मंगलवार शाम करीब 8. 35 पर नैनी जेल से रवाना हो गया।उसे गुजरात की साबरमती जेल पहुंचाया जाएगा।इस काफिले में यूपी पुलिस के 24 जवानों को तैनात किया गया है।इससे पहले सुरक्षा कारणों के कारण उसे कुछ समय के लिए नैनी जेल परिसर में रखा गया था।उम्र कैद की सजा मिलने के बाद से अतीक को साबरमती जेल भेजने की तैयारी हो रही थी।अतीक को जेल से जिस पुलिस वैन में लाया गया, उसमें CCTV लगे थे। जेल से कोर्ट तक की 10 किमी की दूरी 28 मिनट में तय हुई। अतीक को सोमवार शाम को अहमदाबाद की साबरमती जेल से और उसके भाई अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लाया गया था। दोनों को नैनी सेंट्रल जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया था।
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