• महामारी में जारी लॉकडाउन में आम लोगों को लोकल ट्रेनों में सफर की मनाही-बिना टिकट यात्रा और फर्जी आई डी पर कट रहे चालान।
• जुलाई के बाद भी लोकल ट्रेनों में जारी रहेगी सफर पर रोक-तीसरी लहर की आशंका के मध्य सरकार और बीएमसी का फैसला।
मुंबई ब्यूरो | बॉम्बे लीक्स
मुंबई : महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस महामारी और आगामी कोविड की तीसरी लहर को देखते हुए अब तक आम जनता को मुंबई लोकल ट्रेनों में सफर करने की अनुमति नहीं दी है।जिसके बाद से लगातार लोकल ट्रेनों में सफर की इजाज़त की मांग उठने लगी है।
मुंबई का जनजीवन लोकल ट्रेनों पर ही आधारित है।बसों में भरी खचाचक भीड़ और लोकल टैक्सी रिक्शा का भार आम लोगो के जनजीवन पर बेतहाशा भार डाल रहा है।जिसके बाद आम लोग बिना टिकट और फर्जी आईडी पर सफर करने को मजबूर हो रहे है। रेलवे द्वारा बिना टिकट और फर्जी आईडी के साथ यात्रा करने वालो पर पिछले 3 माह से गाज गिर रही है।
बिना टिकट या फर्जी आईडी से टिकट लेकर यात्रा करने वालों की बढ़ती तादाद लाख का आंकड़ा पार करती जा रही है।जिसके बाद रेलवे द्वारा चलाये गए अभियान के तहत पिछले तीन महीनों में 92 हजार से अधिक ऐसे यात्रियों से रेलवे द्वारा 3 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूल किया गया है।
कोरोना और लॉकडाउन की वजह से आम यात्रियों को मुंबई लोकल में यात्रा पर लगी रोक के चलते वसूली जा रही जुर्माने की रकम से रेलवे की बांझे खिलती जा रही है।रेलवे द्वारा पास के आधार पर ही आवश्यक सेवाओ से जुड़े लोगों को यात्रा की अनुमति दी गई है।बिना पास के लोकल ट्रेनों में लोगो को टिकट नही दिया जा रहा है।जिसके बाद पिछले तीन महीनों में 92 हजार से अधिक ऐसे बिना टिकट और फर्जी आईडी लेकर चलने वाले यात्रियों से रेलवे ने 3 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूल किया है। रेलवे द्वारा जारी सख्ती और राज्य सरकार के नियम के मद्देननर आम लोगों के लोकल यात्रा पर लगी पाबंदी के बीच मुंबईकरों में खासी नाराजगी है।मुंबई लोकल की बंदी से आम लोगो की जिंगदी पटरी से उतरती जा रही है।
देखा जाए तो मुंबई में 90 फीसदी लोकल उपनगर में पटरी पर दौड़ रही है। पटरी पर दौड़ती लोकल मुंबई में आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों के लिए है। जिसके बाद आम यात्री ट्रेनों में सफर से वंचित है।ऐसे में आम मुंबईकर्स बिना टिकट यात्रा करते हैं या फिर फर्जी तरीके से अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े होने का कोई फर्जी आई कार्ड बनवाकर सफर करते है। रेलवे द्वारा ऐसे यात्रियों पर अब सख्ती बढ़ा दी गई है।
आकड़ो पर गौर करे तो अप्रैल माह के दौरान मुंबई में 28910, मई महीने में 32907 जबकि जून माह में 30,346 प्रवासियों पर कार्रवाई कर दंड वसूला गया। सबसे ज्यादा दंड की वसूली मई 2021 की गई। मई में रेलवे ने 1.18 करोड़ रुपए वसूल किए थे। जबकि अप्रैल महीने में आम यात्रियों से 1.04 करोड़ रुपए और जून महीने में 1.09 करोड़ रुपए दंड के तौर पर वसूल किया गया। मध्य रेलवे के जनसंपर्क विभाग की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर रेलवे का यह अभियान जारी रहेगा। रेलवे के मुताबिक आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा नियम तोड़ने वालों से भी 15 लाख रुपए के साथ बिना मास्क यात्रा करने वालों से 2.92 लाख रुपए दंड के तौर पर अब तक वसूल किए जा चुके है।
मुंबई लोकल में आम लोगो को सफर करने की इजाज़त का संशय अब तक बरकरार है। रेलवे एवं राज्य सरकार द्वारा मुंबई महानगरीय क्षेत्रों में अभी कड़े प्रतिबंध जारी रखे गए है।सूत्रों के मुताबिक फिलहाल मुंबई लोकल आने वाले समय तक आम यात्रियों के लिए शुरू करना मुश्किल रहेगा। हालांकि कोरोना वैक्सीनेशन के मामले में देखा जाए तो मुंबई और महाराष्ट्र देश भर में अव्वल दर्जे पर कायम है। जिसके बाद कुछ संगठनों द्वारा मांग भी की जा रही है कि वैक्सीनेशन की पहली डोज़ ले चुके लोगो को सफर की इजाज़त दी जाए।वही दूसरी तरफ महामारी की तीसरी लहर की आशंका के मध्य राज्य सरकार और बीएमसी ऐसे फासले लेने में हिचक रहे है।बीएमसी के मुताबिक 500 के कम संक्रमण दर दर्ज होने के उपरांत ही इस प्रकार का कोई फैसला लेने के बारे में सोचा जा सकता है। शहर में पाबंदियों के साथ फिलहाल सख्तियां जारी रखी जायेगी।
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