बॉम्बे लीक्स ,उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में बुलडोज़र का खौफ बरकरार है।सीएम योगी लगातार अपराध अपराधियों और अवैध अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम जारी रखे है।प्रदेश की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।इसी क्रम में पीडब्ल्यूडी ने मुख्य बाजार में स्थायी और अस्थायी अतिक्रमण हटाने के लिए पांच दिन का अल्टीमेटम देते हुए नोटिस चस्पा किए और लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट कराया। नोटिस में पांच दिन बाद जेसीबी मशीन से अतिक्रमण हटाए जाने की चेतावनी दी गई है। सरकार के इस अल्टीमेटम के बाद जहां लोगों में भारी आक्रोश है तो वही दूसरी तरफ सैकड़ों को अपनी रोजी रोटी की चिंता सताने लगी है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बदायूं-मेरठ हाईवे से नाधा, इस्लामनगर और बिसौली को जाने वाला मार्ग नगर के मुख्य बाजार से होकर गुजरता है। बाजार में स्थायी और अस्थायी अतिक्रमण के कारण दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती है।करीब एक साल पूर्व तहसील प्रशासन और पीडब्ल्यूडी की संयुक्त टीम ने मुख्य बाजार से स्थायी और अस्थायी अतिक्रमण हटाए जाने के लिए शहबाजपुर छह सड़का से नवादा, कोतवाली, मुख्य बाजार विल्सनगंज होते हुए बिसौली इस्लामनगर रोड तक सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण हटाए जाने के लिए चिह्नांकन किया था।इस दौरान मुख्य बाजार की सैकड़ों दुकानें अतिक्रमण की जद में पाई गई थीं। इन दुकानों में काफी अंदर तक लाल निशान लगाए गए थे। उस समय यह अभियान थम गया था। बुधवार को पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता की ओर से मुख्य बाजार में चस्पा कराए गए नोटिस में अतिक्रमणकारियों को पांच दिन के अंदर अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी गई है। पांच दिन में अतिक्रमण न हटाने पर जेसीबी से तोड़ने और इसका खर्चा अतिक्रमणकारियों से वसूलने का उल्लेख है।पीडब्ल्यूडी के जेई आरएन यादव ने बताया कि पहले चिह्नांकन कर दिया गया था लेकिन लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाया। पांच दिन की समय सीमा गुजरने के बाद बुलडोजर से अतिक्रमण हटाया जाएगा।इधर, व्यापारी नेता संजीव अग्रवाल का कहना है कि दुकानों के टूटने से सैकड़ों दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। इस संबंध में जल्द ही व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से मुलाकात करेगा और व्यापारी हित में निर्णय लिए जाने की मांग की जाएगी।वही दूसरी तरफ अतिक्रमण हटाये जाने के खिलाफ लोगों का गुस्सा भी देखने को मिलता रहता है।अभी हाल ही में आगरा जिले में अतिक्रमण के खिलाफ जारी अभियान में पुलिस और जनता के बीच पथराव सामने आया था।जहां सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने गई पुलिस और प्रशासन की टीम पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया। इस घटना में कई लोग घायल हो गए। उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा।अतिक्रमण हटाने जैसे ही पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची तभी सत्संगियों ने पुलिस टीम पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया। इस दौरान कई अधिकारी घायल हो गए और कुछ पत्रकारों को भी चोट लगी। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है।
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