बॉम्बे लीक्स।
तिरुवनंतपुरम : भारत जोड़ो यात्रा जब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुँची ,तो कांग्रेस को एक बड़ा झटका मिल गया। केरल कांग्रेस से जुड़े एक बड़े चेहरे ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।अनिल के एंटनी अपने ट्वीट को लेकर कांग्रेस में ही घिर गए थे।जिसके बाद उन्होंने अब कांग्रेस पार्टी में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।अनिल एंटनी ने ट्वीट कर अपने इस्तीफे की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है। उन्होंने ट्वीट कर कांग्रेस में सभी पदों से इस्तीफा देने के साथ कारणों को भी साझा किया है।
अनिल ने पार्टी नेतृत्व को अपने त्याग पत्र की एक प्रति साझा करते हुए ट्वीट किया, “मैंने @incindia @INCKerala में अपनी भूमिकाओं से इस्तीफा दे दिया है। कहा कि मुझपर ट्वीट को वापस लेने का दबाव बनाया गया।बीबीसी की इस डॉक्यूमेंट्री में गुजरात दंगों के साथ पीएम मोदी का जिक्र है।एंटनी का इस्तीफा गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी (BBC) की डॉक्यूमेंट्री से जुड़ा हुआ है।उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी BBC की डॉक्यूमेंट्री को लेकर ऐतराज जताए जाने के बाद उनपर ट्वीट हटाए जाने को लेकर दबाव बनाया गया।लिखा कि, “मैंने कांग्रेस में अपनी भूमिकाओं से इस्तीफा दे दिया है।बोलने की आज़ादी के लिए लड़ने वालों द्वारा एक ट्वीट को वापस लेने के लिए असहिष्णु कॉल, मैंने इनकार कर दिया।
अनिल एंटनी के मुताबिक उन्हें राहुल गांधी सहित कांग्रेस पार्टी में किसी भी नेता से”कोई समस्या नहीं” है, लेकिन “हमारी आजादी के 75 वें वर्ष में, हमें विदेशियों या उनके संस्थानों को हमारी संप्रभुता को कम करने की इजाजत नहीं देनी चाहिए।देखा जाए तो कांग्रेस की केरल इकाई के डिजिटल संचार को संभालने वाले ऐके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी का यह कमेंट, केरल में पार्टी के रुख के विपरीत है जहां पार्टी की विभिन्न इकाइयों ने 2002 के गुजरात दंगों पर बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री की वृत्तचित्र की स्क्रीनिंग की घोषणा की थी।
दरअसल राहुल गाँधी अपनी यात्रा के बीच डाक्यूमेंट्री बैंड किये जाने को लेकर सरकार पर निशाना साध चुके नही।राहुल ने कहा था, ‘‘अगर आप हमारे वेदों को पढ़ेंगे, भगवद् गीता या उपनिषदों को पढ़ेंगे तो आप देखेंगे कि वहां लिखा है कि सच को छिपाया नहीं जा सकता।सत्य हमेशा सामने आता है।उन्होंने कहा था, ‘‘इसलिए आप प्रेस पर पाबंदी लगा सकते हैं, उसे दबा सकते हैं, आप संस्थानों को नियंत्रित कर सकते हैं, आप सीबीआई, ईडी आदि सब का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन सच तो सच है। सच अलग चमकता है इसलिए किसी पाबंदी, दमन और लोगों को धमकाने से सच सामने आने से नहीं रुकेगा।
बता दें कि केंद्र सरकार ने शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना वाली बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री शेयर करने वाले ट्वीट ब्लॉक करने का आदेश दिया था।बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के YouTube के लिंक जिन ट्वीट के जरिए शेयर किए गए हैं, उनको भी ब्लॉक कर दिया गया है। विदेश मंत्रालय ने इस डॉक्यूमेंट्री को ऐसे दुष्प्रचार का हिस्सा बताया था जो औपनिवेशक मानसिकता को दर्शाता है।
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