शाहिद अंसारी
मुंबई : APMC कल्याण मार्केट में डेव्लपमेंट के नाम पर हुए फ़र्ज़ीवाड़े को लेकर कल्याण कोर्ट ने आज डेव्लपमेंट करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ़ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। शिकायतकर्ता शशिकांत कदम ने स्थानी पुलिस थाने और कोर्ट में यह शिकायत की थी कि APMC कल्याण मार्केट का डेव्लपमेंट करने वालों ने उनके नाम के फर्ज़ी दस्तेखत तय्यार कर के नकली कागज़ात बनाए थे। हैरान कर देने वाली बात यह है कि इन लोगों ने इन्ही दस्तावेज़ों को मुंबई हाईकोर्ट में भी जमां किया था जिसके बाद इनकी पोल खुली।
APMC कल्याण मार्केट में 760 दुकानों का डेव्लपमेंट करना है और इनमें से उन लोगों ने 347 लोगों को हकदार बताया। जिसके बाद वहां पर मौजूद बाकी लोगों ने आवाज़ उठाई और मुंबई हाईकोर्ट का सहारा लिया। हाई कोर्ट ने यह कह कर मामला खारिज दिया था कि एक महीने पहले आप लोग ने डेव्लपमेंट करने के लिए अपनी मर्ज़ी से दस्तेखत करते हो और कोर्ट में आकर कोर्ट का समय खराब करते हो। मामला जब दस्तेखत का उठा तब पता चला कि हाईकोर्ट में दस्तेखत वाले जो कागज़ात जमां किए गए वह फर्ज़ी है। कदम का कहना है कि कर्माचारियों का जो सरगना है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि उसके बिना मिलीभगत के कुछ भी करना संभव नहीं।
एडोकेट दिप्ती कुबेर ने जानकारी देते हुए बताया कि यह एक बहुत बड़ा रैकेट है जिसमें प्राइवेट परसन के साथ साथ बड़ी संख्या में सराकारी कर्मारी शामिल हैं और इसमें कोरड़ो रूपए के घपले हैं अभी तो मामला 6 लोगो के फर्ज़ी दस्तावेज़ों और साइन का सामने आया है आगे जैसे जैसे जांच होगी तब यह भी पता चल जाएगा कि और न जाने कितने लोगों के फर्ज़ी दस्तावज़ों के सहारे APMC कल्याण मार्केट को डेव्लप करने का अवैध प्लान बनाया जा रहा था।
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