शाहिद अंसारी
मुंबई: IPS अधिकारियों को मनचाही पोस्टिंग दिलाने के मामले में पोस्टिंग गुरु विद्यासागर प्रभाकर हिरमुखे महाराष्ट्र ऐंटी करप्शन ब्युरो में भी काम कर चुका है वह महाराष्ट्र फाइनेंस अकाउंट सर्विस विभाग में काम करता था और पूणे में पोस्टेड था पहली पोस्टिंग के दौरान इसे ऐंटी करप्शन ब्युरो ने ट्रैप लगाकर गिरफ्तार भी किया था।
उसके बाद महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मंत्री सिद्धाराम म्हेत्रे के पास बतौर पीए काम करता था पीए होने की वजह से वह अपने सम्बंधों का भरपूर फाएदा उठाता था और लोगों से पैसे लेकर पोस्टिंग का लॉलीपॉप देता था।ऐंटी करप्शन ब्युरो के गिरफ्तार किए जाने के बाद कुछ ही दिनों में में सिद्धाराम म्हेत्रे से बेहतर सम्बंध होने की वजह से इसने अपनी पोस्टिंग उसी ऐंटी करप्शन ब्युरो के फाइनेंस डिपार्टमेंट में करवा ली जिसने इसे गिरफ्तार किया था आलम यह रहा कि वहां भी अपनी आदतों से बाज़ नहीं आया।मजबूरन ऐंटी करप्शन ब्युरो ने साल 2015 में विभागी शिकायत के बाद विभागी कार्रवाई में वहां से निकाल बाहर किया और फिर उसके बाद इसने महानंदा डेरी में खुद की नियुक्ति करवा ली।हिरमुखे की पत्नी डिप्टी कल्केटर है और दोनों के बीच सम्बंध बेहतर न होने की वजह से दोनों अलग रह रहे हैं।
ज्वाइंट सीपी क्राइम संजय सक्सेना ने बताया कि हमने फिलहाल इन सारे मामलों की जांच करने के लिए एक टीम का गठन किया है जो कि हर पहलू से छानबीन कर के यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि आखिर इन लोगों ने अब तक कितने लोगों को पोस्टिंग के नाम पर चपत लगाई है।
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