
श्री मुईन अशरफ़ उर्फ बंगाली बाबा के भाई य्यद अली को धूल चटाने वाले कांग्रेस कॉर्पोरेटर यासीन कुरैशी
शाहिद अंसारी
थाने:थाने म्युनस्पल कार्पोरेशन चुनाव में चौथी बार अपनी जीत दर्ज कराते हुए कांग्रेस कॉर्पोरेटर यासीन कुरैशी ने खुदा का शुक्र अदा करते हुए अपने तमाम दोस्तों का शुक्रिया अदा किया और कहा कि मैं अल्लाह का लाख लाख शुक्र अदा करता हूं कि महाराष्ट्र में कांग्रेस की स्थिति ठीक न होने के बावजूद मैंने अपनी दोनों सीटों पर कामयाबी हासिल की है।मुझे इस बात कि खुशी है कि मेरे दोस्तों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और उनकी जी तोड़ कोशिशों की वजह से ही मुझे कामयाबी हासिल हुई है इसके साथ साथ मेरा परिवार और मेरे संबंधी जिन्होंने मेरे लिए दुआऐं की और उनकी दुआऐं कुबूल हुई।कुरैशी ने अपनी बात चीत में बताया कि मुसलमानों का वोट चार हिस्सों में बट चुका है एक तरफ एमआईएम तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी और कांग्रेस और एनसीपी है।मुसलमानों ने केवल कांग्रेस पर भरोसा किया है लेकिन बाकी तीनों पार्टियों ने भी कांग्रेस की जगह ले ली है और कांग्रेस का आलम यह है कि वह धीरे धीरे मुसलमानों का भरोसा खोते जा रही है तकरीबन 20 साल से कांग्रेस के लिए काम करने वाले कुरैशी ने कहा कि अगर कांग्रेस मुसलमानों की समस्याओं को लेकर गंभीर रहे तो यकीनन कांग्रेस फिर से सत्ता में सकती है।

सय्यद अली
हौरान कर देने वाली बात तो यह है कि पैनल नंबर 26 जो कि बहुत ही संवेदनशील रहा जहां तथा कथिक धर्म धुरंधर श्री मुईन अशरफ़ उर्फ बंगाली बाबा के सगे भाई सय्यद अली अशरफ ने जिस महिला उम्मीदवार को लेकर जीत से पहले ही जीत का ख्वाब देखा लिया था वह ख्वाब यासीन कुरैशी ने चकनाचूर कर दिया।जबकि इसी पैनल से यासीन कुरैशी और उनके साथ के उम्मीदवारों ने न सिर्फ संगीता दवे को हराया बल्कि उनके साथ दूसरे उम्मीदवारों को भी जिल्लत भरी शिकस्त दी है।सय्यद अली द्वारा इस पैनल में खड़े होने वाले उम्मीदवारों में संगीता दवे समेत दूसरे लोगों को पुश्त पनाही मिली थी जबकि उस पैनल से राष्ट्रवादी पार्टी से मात्र अनीता केने अपनी जीत दर्ज कराने में कामयाबी हासिल की।
चुनाव से पहले ही यासीन कुरैशी ने सय्यद अली की जमकर पोल खोली और सय्यद अली के चेहरे से धर्म कर्म के नाम पर की जाने वाली राजनीति का मुखौटा उतार दिया जिसके बाद मुंब्रा की जनता को सय्यद अली का असल चेहरा दिखाई दिया और जनता ने उन्हें उनकी जगह दिखा दी।सय्यद अली के पैनल की शिकस्त के बात उनके भाई श्री मोईन अशरफ़ उर्फ़ बंगाली बाबा के भक्तों की भावना आहत हुई है अब ऐसे में सवाल उठना लाज़मी है कि सय्यद अली के पैनल की इस जिल्लत भरी शिकस्त को लेकर क्या श्री मुईन अशरफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला फार्मूला तय्यार कर यासीन कुरैशी समेत मुंब्रा वासियों पर मामला दर्ज करवाऐंगें जिन्होंन सय्यद अली को मुंब्रा से खदेड़ने की तय्यारी करने के लिए उन्हें वोट न देकर यासीन कुरैशी का साथ दिया।हालांकि जिल्लत भरी शिकस्त के बाद सय्यद अली फोन नहीं उठा रहे हैं।जबकि श्री मुईन अशरफ़ उर्फ़ बंगाली बाबा के दोस्त और धार्मिक भावनाओं के तहेत मामला दर्ज कराने के ठेकेदार मुबंई सेंट्रल रीज़न के एडिशनल कनिश्नर आर.डी.शिंदे (स्टेशन डायरी स्पेशलिस्ट) से बात कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई कि क्या नागपाड़ा पुलिस थाने में मुंब्रा वासियों के खिलाफ़ धार्मिक भावना को आहत करने का मामला दर्ज करने का वह आदेश देंगे या नहीं लेकिन आर.डी. शिंदे ने फोन नहीं उठाया जबकि ताड़देव डिवीज़न के एसीपी नागेश जाधव ने कहा कि एसीपी इस बारे में जवाबदेह नहीं होता।
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