
आपको बता दें की सुबह 4 बजे तड़के यहां 50 से अधिक गाड़ियों के साथ अवैध तरीके से मछली बाज़ार लगाते हैं चुंकि यह जगहें बीपीटी की हैं और ऑयल माफिया मुहम्मद अली शेख के गुर्गों की यहां दहशत है इसलिए इस जगह से जुड़े विभाग के अधिकारी यह जानते हुए भी इन्हें यहां कारोबार करने की खुली छूट दे रखे हैं।
जानकारी में यह बात सामने आई है की आयल माफिया शेख के गुर्गों ने हर विभाग से साठगांठ की है और और रोज़ाना लाखों रुपए से उन विभाग के अफसरों की जेबें गरम की जाती हैं ताकि वह कार्रवाई को लेकर अपनी आंख और कान बंद रखें।
पिछले साल ऑयल माफिया मुहम्मद अली शेख की कोरोना से मौत हो गई थी लेकिन उसके गुर्गों का आज भी गोदी में सिक्का चलता है।
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