बॉम्बे लीक्स, भोपाल
भोपाल : आज एमपी के भोपाल में मुस्लिमों के सबसे बड़े मजहबी आयोजनों में से एक इज्तिमा का आखिरी दिन था। भोपाल में हुये इज्तिमा के आखरी दिन जनसैलाब उमड़ पड़ा। बताया जा रहा है कि आखरी दिन के इज्तिमा में 5 हजार जमातें शामिल हुईं।जमात में 15 लाख से ज्यादा लोगों का मजमा उमड़ पड़ा। इज्तिमा के लिए 300 एकड़ का मैदान तैयार किया गया था।इस एरिया में बने पंडाल में 18 नवंबर से 21 नवंबर तक इज्तिमा आयोजित किया गया था।
गौरतलब है कि भोपाल में दुआ ए खास के साथ ही सोमवार को इज्तिमे का समापन हो गया। 73वें आलमी तबलीगी इज्तिमा के आखिरी दिन सोमवार को होने वाली दुआ ए खास में शामिल होने के लिए शहर की दौड़ ईंट खेड़ी स्थित इज्तिमागाह की तरफ लग गई। बड़ी तादाद में लोग रविवार रात से ही पहुंच गए थे। जबकि, बाकी सुबह फजर की नमाज के बाद पहुंचे।समापन के दौरान सुबह 9.28 बजे मौलाना साद ने दुआ की, तो लाखों हाथ एक साथ उठे। 29 मिनट तक दुआ हुई। इस दौरान इतने बड़े मजमे में सिर्फ मौलाना साद और उनके पीछे आमीन कहने वालों की आवाजें आ रही थीं।
मौलाना साद ने कहा- आज इंसान ने अपनी जरूरत को दुनिया के आसपास महदूद (सीमित) कर लिया है। जबकि, असल जिंदगी आखिरत के लिए तैयारी करने की है, उसे फिक्र नहीं है। जमातों में निकलकर तब्लीग के जरिए लोगों को असल जिंदगी की मेहनत के लिए ही बताया जा रहा है।वहीं इज्तिमा खत्म होने के बाद लाखों की भीड़ रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड की ओर रवाना हुई। इसके चलते ट्रैफिक व्यवस्था बदली हुई है। खासकर पुराने शहर के इलाकों में भारी वाहनों की एंट्री नहीं है। 18 नवंबर से शुरू हुए इज्तिमा के पहले दिन एक हजार जमातें आईं थी, लेकिन इज्तिमा के दूसरे दिन से तादाद में जबरदस्त इजाफा होता गया।जिसके बाद इज्तिमा में 2 दिन में यह संख्या बढ़कर 5 हजार तक पहुंच गई।अभी जमाती 300 एकड़ एरिया में बने बड़े पंडाल में रुके रहे।
इज्तिमा में दुआ के बाद घरों के लिए रवाना हुए लोगों को रास्ते की परेशानियों से बचाने के लिए इस्लाम नगर, सेमरा सैयद, गोलखेडी, लाम्बाखेडा आदि ग्रामों के लोगों ने व्यवस्थाएं की थीं। पीने का पानी, चाय के अलावा गैर मुस्लिम भी ट्रैफिक इंतजाम भी संभाल रहे हैं। हिंदू समाज के लोगों ने इज्तिमा की पार्किंग के लिए भी अपने खेतों में जगह उपलब्ध कराई है। इसके अलावा इज्तिमागाह पर तैयार किए गए अस्थाई सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को तैयार करने के लिए बिछाई गई लाइन के लिए भी कई हिंदू समाज के लोगों ने अपने खेतों से पाइप लाइन गुजारने की जगह दी है।चार दिन तक नगर निगम की टीमें अलर्ट मोड पर रहीं।
फायर एक्सपर्ट साजिद खान की मौजूदगी में 40 कर्मचारियों का स्टाफ जुटा रहा। फायर एक्सपर्ट खान ने बताया कि इज्तिमा में बाहर से लोग शामिल हुए। ऐसे में उन्हें मोबाइल चार्ज करने के इंतजाम नहीं मिल पाते, इसलिए बड़ा चार्जिंग पाॅइंट बनाया गया। इसमें एक साथ 100 मोबाइल चार्ज हो सकते हैं। वहीं, इमरजेंसी लाइट, 50 अग्निशामक यंत्र, 6 फायर ब्रिगेड, 6 बुलेट फायर, पंप, जनरेटर और गाड़ियों के पंक्चर सुधारने के लिए भी इंतजाम किए गए।
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