शाहिद अंसारी
मुंबई: मुंबई के नेहरू नगर पुलिस थाने के मुताबिक शनिवार को मुंबई के नेहरू नगर पुलिस थाने की हद में ही मुहम्मद इमरान नाम के 22 वर्षीय आरोपी को हथियारों के साथ गिरफ़्तार किया।पुलिस के मुताबिक आरोपी के पास एक पिस्तौल और मैगज़ीन बरामद हुई साथ में 4 कारतूस।हथियार बरामद कर पुलिस ने आर्म्स ऐक्ट के तहेत मामले मे कार्रवाई करते हुए आरोपी पर आईपीसी की धाराऐं लगाई।नेहरू नगर सीनियर पीआई प्रमोद कोपारडे के मुताबिक उनके पुलिस थाने के डिटेक्शन स्टाफ एपीआई ढेरे की टीम ने इसे रेलवे बिल्डिंग नंबर 10 के पास से 23 अप्रैल की सुबह गिरफ्तार किया है जिसे आज विक्रोली कोर्ट में पेश किया गया जहां उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।आरोपी को मुंबई के वडाला टीटी पुलिस थाने से 18 फरवरी 2015 को दो साल के लिए तड़ीपार किया गया था लेकिन वह इस अवधि के खतम होने से पहले ही इस इलाके मे दिखाई दिया इस पर वडाला टीटी पुलिस थाने में डकैती और हत्या की साज़िश जैसे मामले दर्ज हैं।
मुंबई पुलिस के ज़रिए आरोपी का बैकग्राउंड जो बताया गया उसमे कोई संदेह नहीं लेकिन आरोपी को हथियारों के साथ गिरफ्तार किए जाने वाला मामला कितनी सच है यह जानना बेहद जरूरी है।जब सच आपको पता चलेगा तो आप यह सोचने पर मजबूर हो जाऐंगे कि क्या मुबंई के पुलिस थानों में अवैध हथियार भी रखे जाते हैं जो किसी भी नेहत्ते आरोपी को गिरफ्तार कर उसके सर फर्जी तरीके से मढ़ दिया जाता है और फिर फर्जी केस बनाकर अपना उल्लू सीधा करते हैं।इस आरोपी के साथ भी यही हुआ है।अब इस पूरे मामले की जो सच्चाई है वह यह है।
घटना 22 अप्रैल की रात 10 बजकर 23 मिनट की है जब आरोपी मुबंई के रे रोड स्टेशन के पास एक जगह बैठा हुआ था।उस समय 3 लोग प्राइवेट कार से आते हैं तीनों लोग सिविल ड्रेस में होते हैं पहले कुछ प्लानिंग करते हुए दिखाई देते हैं उसके बाद 2 लोग एक तरफ से जबकि एक शख्स अपने चेहरे को रूमाल से ढके हुए आरोपी को पकड़ने के लिए दूसरी तरफ आता है ।पकड़ने के बाद तीनों लोगों ने अपना परिचय दिया कि वह वडाला टीटी पुलिस थाने से हैं जहां से आरोपी को तड़ीपार किया गया था।आरोपी को पकड़ने के बाद ही जगह पर ही आरोपी की तलाशी लेते हैं आरोपी के पास से ना कोई हथियार और ना ही कोई और वस्तु बरामद होती है घटना स्थल पर मौजूद 15 लोगों ने अपनी आंखों से देखा।तीनों लोग जो अपने आपको वडाला टीटी पुलिस थाने का बता रहे थे आरोपी को सफेद रंग की स्विफ्ट कार (प्राइवेट गाड़ी) में बैठा कर रे रोड से निकल जाते हैं।यह पूरी वारदात पास मे ही लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद होजाती है और इन्हें इस बात का अंदाज़ा भी नहीं होता।Bombayleaks के पास इस पूरी मामले की सीसीटीवी रिकार्डिंग मौजूद है।
अब ऐसे मे सोचने वाली बात यह है कि आरोपी तड़िपार की दी गई अवधि में उस इलाके में आया उसपर कानूनी कार्रवाई होनी ही चाहिए लेकिन यह पूरा मामला बिल्कुल अलग है।यहां पर पुलिस की ज़रिए एक सोची समझी साज़िश खुल कर सामने दिखाई दे रही है।नेहरू नगर पुलिस थाना इस बात का दावा करता है कि उन्होंने आरोपी को उसके घर के आस पास से हथियारो के साथ गिरफ्तार किया है जो कि सरासर झूट है।जबकि मामले की सच्चाई यह है कि आरोपी को रे रोड से वडाला टीटी के तीन सिवल ड्रेस में मौजूद पुलिस वालों ने रात 10 बजकर 23 मिनट पर 15 लोगों के सामने गिरफ्तार किया तलाशी भी उस दौरान आरोपी के पास कुछ भी बरामद नहीं हुआ।उसके बाद सफेद रंग की प्राइवेट स्विफ्ट कार में बैठाकर आरोपी को तकरीबन 3 घंटों तक वडाला टीटी पुलिस थाने के पुलिस कर्मियों ने बंधक बनाकर रखा और फिर नेहरू नगर पुलिस थाने के पुलिस वालों से मिलकर हथियार के साथ उसकी गिरफ्तारी दिखाई और खुद को मामले दूर रखा।अब ऐसे में यह सवाल उठना लाज़्मी है कि आखिर जब वडाला पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो उसे नेहरू नगर पुलिस थाने को क्यों सौंपा और अगर नेहरू नगर पुलिस को सौंपा तो वह हथियार जिसे नेहरू नगर पुलिस थाने ने आरोपी से बरामद करने का दावा करती है वह हथियार कहां से आए।
क्योंकि सीसीटीवी मे स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि वडाला पुलिस थाने के पुलिस कर्मी रे रोड से गिरफ्तार कर उसे जगह जहां से गिरफ्तार करते हैं वहीं उसकी तलाशी लेते हैं तो ऐसे मे यह बात आइने की तरह के साफ होती है कि वडाला पुलिस थाने नें उसे गिरफ्तार कर 3 घंटे बाद नेहरू नगर पुलिस थाने के हवाले किया फिर आगे की हथियार बरामद करने की झूटी कहानी नेहरू नगर पुलिस थाने ने रचकर उसपर अवैध हथियार रखने का झूटा मामला दर्ज किया है।हालांकि वडाला टीटी पुलिस थाने के पुलिस कर्मी इस बात से अभी भी बेखबर हैं कि उनके ज़रिए की गई गिरफ्तारी और तलाशी का सीसीटीवी वीडियो भी है क्योंकि उन्हें इस बात का अंदाज़ा ही नहीं था कि उनकी सारी करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद होगई है।
https://youtu.be/R-4s2s6MIOE
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