शाहिद अंसारी
मुंबई: मुबंई के कांदिवली पुलिस स्टेशन में युवक के पिटाई के मामले में मुंबई पुलिस ने हमेशा की तरह जांच के आदेश दिए हैं।घटना इसी महीने 10 मई की है जब एक प्रेमी जोडा मोबाईल चोरी की शिकायत लिखवाने के लिये कांदिवली पुलिस स्टेशन पहुंचा।उस दौरान उनकी मुलाकात ड्यूटी पर तैनात सब इंस्पेक्टर रियाज़ मुलानी से हुई।मुलानी को महिला मित्र मोबाईल चोरी की घटना की बता ही रही थी जिस पर मुलानी लड़की को ही उल्टा सीधा सुनाने लगे यह देख महिला मित्र के साथी ने एतराज जताया और कहा कि आपका का काम शिकायत लिखना है लेकिन आप हमें ही धमका रहे हैं।यह बात सुनते ही मुलानी आग बोगला हो गए और कहा तुम पुलिस को सिखाओगे की काम कैसे किया जाता है।गुस्से में पागल हुए मुलानी ने पास में पडे डंडे से युवक की पिटाई करने लगा और तब तक पीटते रहा जब तक थक नहीं गया।
इसी बीच पुलिस स्टेशन मे शिकायत दर्ज करवाने गए एक युवक ने पुलिस द्वारा पिटाई करते हुए पुरी घटना को मोबाईल में कैद कर लिया जिसके बाद उस वीडियो को युवक ने वायरल कर दिया और हमेशा की तरह मुंबई पुलिस ने जांच का लॉली पॉप दे दिया।ताज्जुब इस बात का कि सब कुछ आइने की तरह साफ है कुछ पुलिस वाले पीट रहे और कुछ तमाशाई बने देख रहे हैं।मुंबई पुलिस प्रवक्ता संग्रामसिंह निशानदार ने कहा कि इसकी जांच स्थानी एसीपी सुधाकर पुजारी को सौंपी गई है जांच में जो भी पुलस कर्मी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।जांच कब पूरी होगी और इन पुलिस कर्मियों पर कब कार्रवाई होगी यह पता नहीं।
इससे पहले हाल फिलहाल में मुंबई पुलिस के ज़रिए जिस तरह से वर्दी पहेन कर दरिंदगी का जीता जागता सुबूत सामने आया है उसके बाद मुंबई पुलिस और यूपी बिहार की पुलिस मे कोई फ़र्क नज़र नहीं आता।कुछ घटनाओं का ज़िक्र ज़रूरी है जिसे देखकर इंसानियत भी शर्मा जाए।लेकिन मुंबई पुलिस ने ना सुधरने का कसम खाई है।
इसी साल घटना 6 और 7 मई की रात की थी जब माहिम पुलिस थाने की हद मे शराब पी कर पुलिस वालों ने जमकर तांडौ किया और कई लोगों को लाठी डंडे से जमकर पीटा मामला में मुंबई पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद माहिम पुलिस थाने में पुलिस रूपी गुंडों के खिलाफ़ FIR दर्ज होगई।
साल भर पहले मुबंई के बांद्रा पुलिस थाने में पुलिस वालों ने रात के समय माहिम के रहने वाले आसिफ शेख को जमकर पीटा जिसके जांच का लॉली पॉप दिया गया और कई दिनों के बाद संबंधित पुलिस वालों का तबादला कर दिया गया।लेकिन किसी भी तरह की कोई FIR नहीं दर्ज हुई।
2 नवंबर 2015 को अंधेरी पुलिस थाने में एक प्रेमी जोड़े को जमकर पीटा मामले में जांच का लॉली पॉप दिया गया और किसी भी तरह की कोई FIR नहीं दर्ज हुई।
25 सितंबर 2015 को मुंबई के लाल बाग पंडाल में एक महिला को कई पुलिस कर्मियों ने मिलकर पीटा मामले में जांच का लॉली पॉप दिया गया चूंकि मामला महिला का देख मुंबई पुलिस ने माहौल गरम देख 2 पुलिस कर्मियों के सस्पेंड कर दिया बाकी को फिर से उत्पाद करने की खुली छूट दे दी गई।और इस जांच के लिए मुंबई पुलिस के सब से क़ाबिल डीसीपी अशोक दुधे को ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी।
गौरतलब हो कि पुलिस द्वारा पुलिस स्टेशन मे पिटाई करने का यह पहला मामला नही है इसके पहले मुंबई के कई पुलिस थानों में पुलिस की वर्दी पहेन कर पुलिस के ज़रिए इंसानियत का नंगा नाच किया।मामले की वीडियो रिकार्डिग वायरल होने के बाद हमेशा की तरह जांच का लॉली पॉप दिया जाता है और मामला शान्त होने के बाद जैसे चल रहा है वैसे चलने दो की नीति अपनाई जाती है।सब से चौंका देने वाली और हैरान कर देने वाली बात यह की अक्सर मामलों में कुछ पुलिस वाले शिकायतकर्ता को जानवरों के जैसे पीटते हैं और बाकी उसकी दाद देते और वाहवाही और तालियां पीटते नज़र आते हैं इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है।
मानवता का नंगा नाच करने वाले इन पुलिस वालों की करतूतों से परेशान पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर अहमद जावेद ने एक सर्कुलर जारी करते हुए पुलिस वालों को नसीहत की थी कि वह सुधर जाऐँ क्योंकि उनके समय में ही केदार पवार ऐंड कंपनी ने बांद्रा पुलिस थाने में आसिफ शेख नाम के युवक को पीटा था।लेकिन यह सर्कुलर हमेशा की तरह रद्दी की टोकरी में पहुंच गया और फिर से मुंबई पुलिस ने ना सुधरने की कसम खा ली।
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